Highlights
- सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन ने यमन की राजधानी सना में एयरपोर्ट पर विद्रोहियों के ठिकानों पर ‘हवाई हमले’ किए।
- हूती विद्रोहियों ने यमन की राजधानी पर सितंबर 2014 से कब्जा कर रखा है।
- सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन के हस्तक्षेप ने 2015 में दक्षिण में उन्हें और आगे बढ़ने से रोक दिया।
काहिरा: यमन में ईरान समर्थित विद्रोहियों का मुकाबला कर रहे सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन ने सना में एयरपोर्ट पर बमों की बारिश की। गठबंधन ने कहा कि उसने यमन की राजधानी सना में एयरपोर्ट पर विद्रोहियों के ठिकानों पर सोमवार को ‘हवाई हमले’ किए। सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के द्वारा संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के सदस्यों और आम नागरिकों को एयरपोर्ट से बाहर जाने के लिए कहने के एक घंटे बाद ही ये हमले किए गए।
सना पर सितंबर 2014 से है विद्रोहियों का कब्जा
गठबंधन ने दावा किया है कि हूती विद्रोहियों ने सना इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सऊदी अरब में बैलिस्टिक मिसाइलों और विस्फोटकों से भरे ड्रोन लॉन्च करने के लिए एक सैन्य अड्डे में तब्दील कर दिया है। हूती विद्रोहियों ने यमन की राजधानी पर सितंबर 2014 से कब्जा कर रखा है। हालांकि, सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन के हस्तक्षेप ने 2015 में दक्षिण में उन्हें और आगे बढ़ने से रोक दिया।
दुनिया का सबसे खराब मानवीय संकट हुआ उत्पन्न
सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन और हूती विद्रोहियों के बीच यह युद्ध वर्षों से जारी है, जिसने दुनिया का सबसे खराब मानवीय संकट उत्पन्न कर दिया है। दोनों ही पक्षों ने हमले का विस्तृत ब्यौरा और जानमाल के नुकसान के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी है। यमन में मौजूद संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने भी एयरपोर्ट से अपने कर्मचारियों को निकालने के संबंध में कोई बयान नहीं जारी किया।
विद्रोहियों ने विमानों को एयरपोर्ट पर उतरने से रोका
यमन के 2 अधिकारियों के अनुसार, इस बीच हूती विद्रोहियों ने संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मदद मुहैया कराने आए 2 विमानों को सना एयरपोर्ट पर उतरने से रोक दिया। संयुक्त राष्ट्र के एक सहायता अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि हूती विद्रोहियों ने आने वाले दिनों में यहां पहुंचने वाली मानवीय मदद से जुड़ी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है।