Highlights
- सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान पहली बार तुर्की की यात्रा पर हैं।
- पत्रकार खशोगी की हत्या के बाद दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे।
- प्रिंस सलमान अंकारा में तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन से मुलाकत करेंगे।
Prince Salman Turkey Visit: सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान बुधवार को पहली बार तुर्की पहुंचे। सलमान की इस यात्रा का मकसद तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन से मुलाकात कर दोनों देशों के रिश्तों में आई खटास को दूर करना है। सऊदी पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद सऊदी अरब और तुर्की के संबंध तनावपूर्ण हो गए थे। दरअसल, तुर्की और सऊदी अरब, दोनों ही खुद को इस्लामिक दुनिया का प्रतिनिधि मानते हैं, और ऐसे में दोनों के बीच अलग-अलग मुद्दों को लेकर अक्सर मतभेद रहते हैं। यही वजह है कि सलमान की तुर्की यात्रा को काफी अहम माना जा रहा है।
इजिप्ट और जॉर्डन भी गए थे प्रिंस सलमान
प्रिंस सलमान इजिप्ट और जॉर्डन भी गए थे, और वह अपनी यात्रा के आखिरी चरण में अंकारा पहुंचे हैं जहां वह तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन से मुलाकात करेंगे। वह मिस्र और जॉर्डन भी गए थे। अगले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बायडेन भी मिडिल ईस्ट की यात्रा पर आने वाले हैं। इस बीच एर्दोआन ने कहा कि सऊदी प्रिंस के साथ बातचीत तुर्की तथा सऊदी अरब रिश्तों को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने पर केंद्रित होगी। तुर्की के राष्ट्रपति इस साल अप्रैल में सऊदी अरब गए थे और यह 2017 के बाद उनकी अरब देश की पहली यात्रा थी।
अक्टूबर 2018 में हुई थी खशोगी की हत्या
एर्दोआन की इस यात्रा के लगभग एक साल बाद अक्टूबर 2018 में इस्तांबुल में सऊदी वाणिज्य दूतावास में पत्रकार खशोगी की बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी गई थी। पिछले 2 दशकों में अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट का सामना कर रहे तुर्की की कोशिश है कि सऊदी अरब से उसके रिश्ते सुधर जाएं, जिससे कि उसे खाड़ी के अमीर अरब देशों से इन्वेस्टमेंट मिल सके। तुर्की ने संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और इजरायल से भी अपने रिश्ते सुधारने के लिए कदम उठाए हैं। वहीं, अमेरिका से रिश्तों में तनाव के बीच सऊदी अरब अपना दायरा बढ़ाने के लिए ने साझेदारों की तलाश में है।
26 सऊदी एजेंटों के खिलाफ चला था मुकदमा
प्रिंस सलमान की पूरी कोशिश होगी कि वह एर्दोआन के साथ मुलाकात में खशोगी हत्याकांड के विवाद को खत्म कर दें। तुर्की ने खशोगी की हत्या के शक में सऊदी के 26 एजेंटों के खिलाफ मुकदमा शुरू किया था, हालांकि बाद में अदालत ने कार्यवाही पर रोक लगाकर मुकदमे को सऊदी अरब ट्रांसफर कर दिया। एर्दोआन ने खशोगी की हत्या के मामले में प्रिंस सलमान का नाम कभी सीधे तौर पर नहीं लिया था, लेकिन इतना जरूर कहा था उनकी हत्या का आदेश सऊदी सरकार में ‘शीर्ष स्तर’ से आया था।