Ajit Doval: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर रणनीति बनाने में बेहद माहिर हैं। कई बड़े मौकों पर उनके कुशल निर्देशन से रणनीतियां सफल रही हैं। इसी क्रम में भारतीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल एक दिन के ईरान दौरे पर गए। दौरे के दौरान अजीत डोभाल ने सोमवार को तेहरान में अपने ईरानी समकक्ष अली शामखानी के साथ दोनों देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सुरक्षा संबंधों पर व्यापक बातचीत की। एनएसए एक दिन के ईरान दौरे पर हैं।
ईरान की इरना समाचार एजेंसी की खबर में कहा गया कि दोनों अधिकारियों ने दोनों देशों से जुड़े आर्थिक, राजनीतिक और सुरक्षा मुद्दों के साथ ही अति महत्वपूर्ण क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की। डोभाल का ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दोल्लाहियान से मुलाकात का भी कार्यक्रम है। भारत और ईरान दोनों की तरफ से डोभाल के दौरे को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
गोवा में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से पहले यह दौरा अहम
डोभाल की ईरान यात्रा इस सप्ताह गोवा में शंघाई सहयोग संगठन ‘एससीओ‘ के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले हो रही है। भारत एससीओ का वर्तमान अध्यक्ष है और ईरान को इस वर्ष के अंत में इसके वार्षिक शिखर सम्मेलन में समूह का स्थायी सदस्य बनाया जाना तय है। नई दिल्ली और तेहरान के बीच द्विपक्षीय संबंधों में ईरान में चाबहार बंदरगाह परियोजना का कार्यान्वयन भी एक अहम क्षेत्र है।
पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह की टक्कर में डेवलप किया ईरान का चाबहार बंदरगाह
ऊर्जा संपन्न ईरान के दक्षिणी तट पर सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित चाबहार बंदरगाह संपर्कता और व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के लिए भारत, ईरान और अफगानिस्तान द्वारा विकसित किया जा रहा है। दरअसल, पाकिस्तान ओर चीन के बीच कराची के पास ग्वादर बंदरगाह के विकास की काट में भारत और ईरान ने मिलकर चाबहार बंदरगाह को विकसित किया, जिससे कि भारत मध्य एशिया तक आसानी से कारोबार कर सके। साथ ही ईरान के साथ भारत की पारंपरिक दोस्ती रही है। पूर्वी पाकिस्तान की सीमा पर ईरान और पाकिस्तान की तनातनी भी जब तब होती रहती है। क्योंकि ईरान शिया बहुल देश है और पाकिस्तानी सुन्नी बहुल देश है।
अरब से नई नई दोस्ती हुई है ईरान की
हालांकि ईरान और सउदी अरब की नई नई दोस्ती चीन ने कराई हैै। इस दोस्ती से खाड़ी देशों की कई समीकरण बदल गए हैं। क्योंकि सउदी अरब बड़ा सुन्नी बहुल देश है और ईरान शिया बहुल देश। ऐसे में दोनों की दोस्ती के बीच भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल की ईरान यात्रा अहम मानी जा रही है।