Saudi Arabia on Pakistan: भारत की यात्रा पर आए सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ पीएम नरेंद्र मोदी की बैठक हुई। इस बैठक में सऊदी अरब के प्रिंस सलमान ने पाकिस्तान पर अप्रत्यक्ष रूप से जोरदार निशाना साधा है। सलमान ने कहा कि सभी देशों को एकदूसरे देशों के खिलाफ आतंकवाद का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। उनका इशारा साफ पाकिस्तान की ओर था। भारत आए प्रिंस सलमान का जिस तरह जी20 और उसके बाद भी जोरदार स्वागत किया गया। इसके बाद उन्होंने अपने ही मुस्लिम दोस्त पाकिस्तान को इशारों ही इशारों में नसीहत दे डाली।
पाकिस्तान को जी20 समिट को लेकर जो तिलमिलाहट हुई है। उससे पहले उसे उम्मीद थी कि सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भारत में जी20 की समिट में शामिल होने के बाद पाकिस्तान भी आएंगे। लेकिन ऐसा न हो सका। इससे पाकिस्तान मुंह ताकते रह गया। यही नहीं, भारत के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद सऊदी अरब के प्रिंस ने पाकिस्तान को ही नसीहत दे डाली है। यह वही पाकिस्तान है जिसके सैनिक सऊदी अरब की सेना में लंबे समय से शामिल रहे हैं। यही नहीं दुनियाभर को यह संदेह है कि पाकिस्तान के 'मुस्लिम परमाणु बम' के लिए पैसा सऊदी अरब ने दिया था।
आतंकवादियों तक न पहुंच पाए हथियारों का जखीरा
भारत और सऊदी अरब ने सोमवार को जारी अपने संयुक्त बयान में दुनिया के देशों से आतंकवादियों की पहुंच ड्रोन और अन्य हथियारों तक रोकने की अपील की। यही नहीं सऊदी अरब और भारत ने आतंकवाद और इसके वित्तपोषण से निपटने के क्षेत्र में सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया। बयान में कहा गया, 'दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि किसी भी कारण से आतंक के किसी भी कृत्य को उचित नहीं ठहराया जा सकता।
सऊदी अरब की मदद के बिना ये काम नहीं कर सकता था पाकिस्तान
जानकारों का कहना है कि एक समय सऊदी अरब की सेना में पाकिस्तानी सैनिक काम करते थे। जब पाकिस्तान ने साल 1998 में परमाणु बम का पहली बार परीक्षण किया था, तभी यह कहा जा रहा था कि सऊदी अरब की मदद के बिना पाकिस्तान ऐसा नहीं कर सकता था। आज वही सऊदी अरब पाकिस्तान को नसीहत दे रहा है।
बदलते भारत और पिछड़ते पाकिस्तान से बदले समीकरण
वक्त का फेर देखिए, जो पाकिस्तान सऊदी अरब से दोस्ती की दुहाई देता था और आर्थिक 'इमदाद' प्राप्त् करता था, आज उसी सऊदी अरब के प्रिंस सलमान भारत की दूसरी राजकीय यात्रा पर आकर अरबों डॉलर के समझौतों पर हस्ताक्षर करते हैं। और परोक्ष रूप से पाकिस्तान को नसीहत भी देते हैं। ये बदलते और आगे बढ़ते भारत और कंगाली के कारण दुनिया में विकास की दौड़ में पिछड़ते पाकिस्तान की कंडिशन का ही नतीजा है। आज भारत दुनिया के लिए प्राथमिकता बन गया है। सऊदी प्रिंस ने कहा कि जी20 में जिस बड़े देश का जिक्र नहीं हुआ, उसमें यूक्रेन पहला तो पाकिस्तान दूसरा देश है। पाकिस्तान को जी 20 से बहुत कुछ खोना पड़ा है। कहीं न कहीं पाकिस्तान को दुनिया से अलग थलग होने और चीन से बढ़ती नजदीकी का खामियाजा भुगतना पड़ा है।
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