Putin China Visit: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन पहुंच गए हैं। वे यहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। इस दौरान इजराइल और हमास संघर्ष सहित कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। दरअसल, चीन इस सप्ताह बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव फोरम के लिए 130 देशों के प्रतिनिधियों का स्वागत कर रहा है। उसे उम्मीद है कि इससे उसकी अंतरराष्ट्रीय स्थिति को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
इसलिए चीन की यात्रा पर जाना स्वीकार किया
पुतिन ने हेग की अदालत द्वारा वॉरंट जारी करने के बाद इंटरनेशनल सीमा को पार नहीं किया है। ऐसे में युद्धग्रस्त यूक्रेन की यात्रा के अलावा यह पुतिन की पहली विदेश यात्रा है। सूत्रों की मानें तो पुतिन केवल उन्हीं देशों का यात्रा करेंगे जहां उनकी सुरक्षा की पूरी गारंटी हो और चीन उन देशों में से एक है। हालांकि, अगस्त में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी राष्ट्रपति पुतिन शामिल नहीं हुए थे। उन्होंने सितंबर में दिल्ली में आयोजित होने वाले जी20 सम्मेलन में शिरकत करने में भी असमर्थता जाहिर की थी। हालांकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
इन मुद्दों पर चीन से हो सकती है चर्चा
चीन के इस दौरे में पुतिन और शी जिनपिंग मौजूदा समय में जारी इजराइल और हमास के बीच युद्ध पर भी चर्चा कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुतिन बेल्ट एंड रोड फोरम के लिए चीन का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान रूस यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी देशों का यूक्रेन को सपोर्ट करना, दक्षिण चीन सागर जैसे मसलों पर भी दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों में विचार विमर्श हो सकता है।
अमेरिका और पश्चिमी देशों की रहेगी खास नजर
व्लादिमीर पुतिन अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध के पक्षधर हैं। हाल के समय में जब यूक्रेन से रूस जंग लड़ रहा है। इस दौर में उसे चीन का परोक्ष रूप से साथ मिला है। रूस, चीन और उत्तर कोरिया का एक नया अनकहा गुट उभर रहा है। ऐसे में पुतिन की चीन यात्रा पर सबसे ज्यादा अमेरिका और पश्चिमी देशों की नजर रहेगी। क्योंकि यूक्रेन से जंग के बीच दुनिया के कई देशों ने रूस से किनारा कर लिया, तब चीन सहित कुछ देशों ने रूस से अच्छे संबंध कायम रखे हैं। ऐसे में चीन ने पुतिन की मेहमाननवाजी में खास तैयारियां की हैं। इन दोनों के रिश्तों पर कई देशों की नजर रहेगी।
पुतिन की इस यात्रा के बीच रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने पुतिन को शिखर सम्मेलन के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के लिए चीन का आभार जताया। मॉस्को से जारी एक रीडआउट के अनुसार पुतिन और शी अपनी इस मुलाकात के दौरान रूस और चीन के संबंधों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।