Russia Ukraine News: रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इसी बीच एक तरफ जब पश्चिमी देश और यहां तक संयुक्त राष्ट्र भी रूस के खिलाफ लगातार बयान दे रहे हैं। अमेरिकी राष्टपति जो बाइडन भी रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंधों की मांग कर रहे हैं, वहीं चीन ने रूस पर लगी कई पाबंदियां हटाने की घोषणा की है। गौरतलब है कि पहले दिन की तबाही के बाद यूक्रेन में रूस की सेना दूसरे दिन भी काफी तबाही मचा रही है। राजधानी कीव से रूसी सेना अब कुछ ही किलोमीटर दूर है। इसी बीच दुनिया दो धड़ों में बंटती नजरआ रही है। एक तरफ नाटो और यूरोप के अन्य देश यूक्रेन के पक्ष में खड़े हैं, अमेरिका औरयूएन भी रूस के विरोध में हैं। वहीं चीन रूस के पक्ष में खड़ा नजर आ रहा है। यही कारण है कि उसने रूस पर लगे सभी गेहूं आयात प्रतिबंधों को हटाने का फैसला लिया है।
जानिए चीन ने कौनसा प्रतिबंध हटाया
चीन के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम ने गुरुवार यूक्रेन पर रूसी हमले के कुछ ही देर बाद इसकी घोषणा कर दी। यह कदम उस समझौते के तहत उठाया गया है जो इस महीने की शुरुआत में पुतिन और जिनपिंग के बीच हुआ था। बता दें कि रूस दुनिया के सबसे बड़े गेहूं उत्पादक देशों में से एक है, लेकिन रूस चीन को बैक्टीरिया और कंटेमिनेशन के डर के चलते गेहूं निर्यात नहीं करता था।
क्या था रूस-चीन में हुआ समझौता?
इस महीने की शुरुआत में 8 फरवरी को चीन और रूस के बीच एक समझौता हुआ था, जिसके तहत चीन रूस से गेहूं और धान खरीदने और रूस कंटेमिनेशन को रोकने के लिए सभी जरूरी उपाय अपनाने पर सहमत हो गए थे। समझौते के अनुसार चीन गेहूं में किसी भी तरह की फंगस या कंटेमिनेशन मिलने पर खरीद को तत्काल रोक देगा। दरअसल, चीन पिछले साल बुवाई की अवधि में बाढ़ के कारण बड़ी कठिनाइयों का सामना कर रहा है।
यूक्रेन अकेला, पर रूस के खिलाफ भी कई देश
रूस के हमले के बाद यूरोपीय देश एकसाथ मिलकर रूस की आलोचना कर रहे हैं। लेकिन उन्हें डर भी है कि रूस यूक्रेन के बाद बाकी यूरोपीय देशों के लिए भी खतरा बन सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने गुरुवार को अपने बयान में में रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। रूस की 4 बड़ी बैंकों पर प्रतिबंध लगा ही दिया गया है। इससे पहले ब्रिटेन और आॅस्ट्रेलिया भी रूस पर प्रतिबंध लगा चुके हैं।