Highlights
- रूस के अधिकारियों ने यूक्रेन पर आरोप लगाया है कि बंदूकों से लैस उसके हेलीकॉप्टर दोनों देशों की सीमा पर उड़ान भर रहे हैं।
- रूस के ब्रेलगोरोड इलाके के गवर्नर ने आरोप लगाया है कि कथित हवाई हमले में कई जगहों पर आग लग गई है और 2 लोग घायल हुए हैं।
- यूक्रेन ने रूस का दावा खारिज करते हुए कहा कि उसने बेलगोरोड में तेल डिपो और अन्य जगहों को निशाना नहीं बनाया है।
मॉस्को: सारी दुनिया की नजरें इस समय रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग पर है और सब चाहते हैं कि जल्द ही इलाके में शांति स्थापित हो। हालांकि बीच-बीच में कुछ न कुछ ऐसी घटना हो जाती है कि लड़ाई थमने की बजाय और भड़कती हुई नजर आती है। रूस की घेराबंदी के शिकार मारियुपोल शहर में आपात सहायता और निकासी काफिले को लेकर रूस के हस्तक्षेप की वजह से शुक्रवार को भी संशय की स्थिति बनी रही। वहीं, रूस के अधिकारियों ने यूक्रेन पर आरोप लगाया है कि बंदूको से लैस उसके हेलीकॉप्टर दोनों देशों की सीमा पर उड़ान भर रहे हैं और उसके तेल डिपो पर हमला कर रहे हैं। हालांकि यूक्रेन ने इससे इनकार किया है।
‘हमलों की वजह से कई जगह लगी आग’
रूस के ब्रेलगोरोड इलाके के गवर्नर ने आरोप लगाया है कि कथित हवाई हमले में कई जगहों पर आग लग गई है और 2 लोग घायल हुए हैं। क्रेमलिन (रूसी सरकार के मुख्यालय) के प्रवक्ता ने कहा कि रूस के क्षेत्र में यह कार्रवाई रूस और यूक्रेन के बीच वीडियो कांफ्रेंस के जरिये शुक्रवार को बहाल हुई वार्ता को कमतर कर सकती है। प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, ‘निश्चित तौर पर यह ऐसा नहीं है जो वार्ता को जारी रखने के लिए सहज माहौल बनाता हो।’ उन्होंने यह टिप्पणी हमले से यूक्रेन में युद्ध तेज होने की आशंका को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में की।
तेल डिपो पर हमलों की पुष्टि नहीं हो सकी
हालांकि, अब तक इस दावे की पुष्टि नहीं हो सकी है कि यूक्रेन के हेलीकॉप्टर ने बेलगोरोड में तेल डिपो और कई कारोबारों को निशाना बनाया। रूस ने बताया कि पहले भी यूक्रेन की ओर से गोलाबारी की गई है। इस बीच,वार्ता में रूसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे व्लादिमीर मेदिंस्की ने सोशल मीडिया पर लिखा की क्रीमिया प्रायद्वीप पर नियंत्रण कायम रखने और अपने क्षेत्र का विस्तार पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थित अलगाववादी इलाकों तक करने के रुख में ‘बदलाव नहीं’आया है।
मारियुपोल में जरूरी वस्तुओं की भारी कमी
रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति (ICRC) ने कहा कि मारियुपोल तक आपात सहायता पहुंचाने और आम लोगों को सुरक्षित निकालने की जटिल रणनीति पर अब भी काम किया जा रहा है जहां पर हफ्तों से लोग गोलाबारी की वजह से फंसे हुए हैं व पानी, खाना और दवाओं की कमी है। ICRC के प्रवक्ता इवान वॉटसन ने शुक्रवार को जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र को स्थिति की जानकारी देते हुए बताया, ‘मारियुपोल के लोग जिस भयावह दौर से गुजर रहे हैं उसे बताने के लिए हमारे पास शब्द नहीं हैं।’