Highlights
- एडवर्ड स्नोडन को 2013 से अमेरिका ने घोषित कर रखा है भगोड़ा
- एडवर्ड को रूस ने दी दोहरी नागरिकता
- एडवर्ड पर अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए की जानकारियां सार्वजनिक करने का है आरोप
Russia Vs America: यूक्रेन वॉर को लेकर रूस और अमेरिका के बीच कितना तनातनी चल रही है, यह बात पूरी दुनिया जानती है। दोनों ही देशों के बीच लंबे समय से तीखी जुबानी जंग भी चल रही है। यूक्रेन पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकने के विकल्प खुला होने का दावा करने के बाद रूस को अमेरिका कई बार धमकी भी दे चुका है कि ऐसा करना विनाशकारी होगा। इसी बीच अब रूस ने कुछ ऐसा कर दिया है कि बाइडन को बेवजह की टेंशन हो गई है। हो भी क्यों न बाइडन को टेंशन देने का पुतिन का तरीका भी अजीबोगरीब है।
दरअसल जिस एडवर्ड स्नोडेन को अमेरिका ने अपने देश में भगोड़ा घोषित कर रखा है और अमेरिका की पुलिस उसकी तलाश में है, उसे रूस ने न सिर्फ अपने देश में शरण दी...बल्कि अब पुतिन के निर्देश पर उसे रूसी नागरिकता भी दे दी गई है। ऐसे में जो बाइडन खुद को बेबस महसूस कर रहे हैं। इससे अमेरिका और रूस के बीच तनाव और बढ़ गया है। इस मसले पर अब अमेरिका का अगला कदम क्या होगा, इस पर भी सभी की निगाहें टिकी हैं।
कौन हैं एडवर्ड स्नोडन
एडवर्ड स्नोडन अमेरिका के कांट्रैक्टर हैं। जिनपर अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआइए से जुड़ी गुप्त जानकारियां सार्वजनिक करने का आरोप है। वह अमेरिका में एनएसए के लिए काम कर चुके हैं। वह 2010 में भारत भी आए थे। कहा जा रहा है कि हैकिंग की तकनीकि उन्होंने इंडिया में ही रहकर सीखी। वह वर्ष 2013 में अमेरिका से फरार हो गए थे। तभी से मास्को में आकर रह रहे हैं। इसके बाद अमेरिका ने एडवर्ड को भगोड़ा घोषित कर दिया था। मगर रूस ने पिछले नौ वर्षों से एडवर्ड को अपने यहां सुरक्षित रखा है। साथ ही दुश्मन देश अमेरिका को झटका और नसीहत देने के लिए अब एडवर्ड को रूसी नागरिकता भी दे दी है। इससे अमेरिका की मुश्किलें बढ़ गई हैं। यह पुतिन की बाइडेन को एक तरह से सीधे चुनौती मानी जा रही है। एडवर्ड ने 2020 में रूसी नागरिकता के लिए आवेदन किया था।
इंडिया में आधार को लेकर किया था आगाह
एडवर्ड इंडिया में आधार आइडी के गलत इस्तेमाल की आशंका को लेकर भी सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने भारत सरकार को आगाह किया था कि आधार के डेटा का गलत इस्तेमाल हैकर कर सकते हैं। इससे लोगों की निजता खतरे में पड़ सकती है। इसके बाद देश में आधार की सुरक्षा को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। हालांकि बाद में सभी का आधार बनाया जाने लगा।
एडवर्ड के दर्द भरे ट्वीट पर रूस ने लिया निर्णय
रूस की नागरिकता के लिए आवेदन करने के दौरान एडवर्ड ने ट्वीट किया था कि वह अमेरिका छोड़कर पहले ही अपने माता-पिता से जुदा हो चुके हैं, लेकिन अब वह अपनी बेटी और पत्नी को भी खोना नहीं चाहते। इसलिए रूस में दोहरी नागरिकता के लिए आवेदन कर रहे हैं। बता दें कि एडवर्ड को अब दोहरी नागरिकता मिल गई है। अब वह अमेरिका के साथ ही साथ रूस के भी नागरिक हो गए हैं। हालांकि 2019 में एडवर्ड ने ट्वीट कर ये भी कहा था कि यदि अमेरिका निष्पक्ष सुनवाई की गारंटी दे तो वह अपने वतन वापसी को तैयार हैं।