चीन के राष्ट्रपति चिनफिंग से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अगले सप्ताह मिलने जा रहे हैं। चिनफिंग को तीसरा कार्यकाल का तोहफा मिलने पर बधाई देने जा रहे हैं। अब चिनफिंग तीसरा कार्यकाल में प्रवेश कर चुके हैं। पाकिस्तानी अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि एक और दो नवंबर को होने वाली चीन यात्रा के दौरान शरीफ रणनीतिक सहयोग साझेदारी की समीक्षा करेंगे और क्षेत्रीय तथा वैश्विक विकास पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
तीसरे कार्यकाल में प्रवेश कर चुके हैं चिनफिंग
उन्होंने बताया कि इस दौरान दोनों पक्ष 60 अरब डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपेक) को पूरा करने सहित नए समझौतों पर भी हस्ताक्षर करेंगे। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की हाल ही में संपन्न ऐतिहासिक 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में 69 वर्षीय राष्ट्रपति शी को तीसरे कार्यकाल की मंजूरी दी गई। इसी के साथ वह माओत्से तुंग के बाद चीन के दूसरे नेता बन गए जो दो कार्यकाल से अधिक समय तक देश का नेतृत्व करेंगे। चिनफिंग के चुनाव के बाद शरीफ चीन का दौरा करने वाले पहले शासनाध्यक्ष होंगे।
चीन के विदेश मंत्री ने दिया जानकारी
शरीफ से पहले वियतनाम की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख गुयेन फु त्रोंग 30 अक्टूबर को चार दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंच रहे हैं। जर्मन चांसलर ओल्फ शोल्ज के भी चिनफिंग से बातचीत के लिए जल्द बीजिंग पहुंचने की संभावना है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि शरीफ के प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद यह उनकी पहली चीन यात्रा होगी और वह उन पहले विदेशी नेताओं में शामिल होंगे जो सीपीसी के 20वें राष्ट्रीय कांग्रेस संपन्न होने के बाद बीजिंग पहुंचेंगे।
चीन के प्रधानमंत्री होगी मुलाकात
उन्होंने कहा, यह ‘‘ दोनों देशों के बीच विशेष दोस्ती और रणनीतिक आपसी विश्वास को प्रदर्शित करता है।’’ शरीफ राष्ट्रपति चिनफिंग के अलावा चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग और चीनी संसद नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) के अध्यक्ष ली झांगसु से भी मुलाकात करेंगे। क्विंग और झांगसु अगले साल मार्च के बाद अवकाश ग्रहण कर रहे हैं और चिनफिंग के तीसरे कार्यकाल में नए अधिकारी पार्टी और सरकार में आएंगे।
कर्ज के जाल में फंसा पाकिस्तान
शरीफ की चीन यात्रा ऐसे समय हो रही है जब नकदी की तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान कर्ज के भुगतान और व्यापार घाटे को कम करने के लिए जी-तोड़ कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान पर पेरिस क्लब देशों का संयुक्त रूप से लगभग 10.7 अरब अमेरिकी डॉलर का बकाया है। पेरिस क्लब प्रमुख कर्ज देने वाले देशों के अधिकारियों का एक समूह है जिसकी भूमिका कर्ज लेने वाले देशों द्वारा अनुभव की जाने वाली भुगतान कठिनाइयों के समन्वित और स्थायी समाधान खोजने की है।
चीन के निमंत्रण पर ये दौरा
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि शरीफ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जिसमें विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भी शामिल होंगे। इसमें कहा गया है कि शरीफ अपने चीनी समकक्ष ली क्विंग के निमंत्रण पर वहां जा रहे हैं। प्रधानमंत्री की यात्रा पाकिस्तान और चीन के बीच लगातार नेतृत्व स्तर के आदान-प्रदान की निरंतरता बताता है।
प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली यात्रा
विज्ञप्ति में कहा गया है कि शरीफ राष्ट्रपति शी से मुलाकात करेंगे और प्रधानमंत्री ली के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। बयान में कहा गया, ‘‘दोनों पक्ष रणनीतिक सहयोग साझेदारी की समीक्षा करेंगे और क्षेत्रीय एवं वैश्विक घटनाक्रम पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।’’अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद से शरीफ की यह पहली चीन यात्रा होगी और यह 22वें शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर 16 सितंबर को उज्बेकिस्तान में शी के साथ उनकी मुलाकात के बाद हो रही है।