प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसी भी देश की यात्रा करते हैं तो उस दौरान एक पंथ में कई काज साधने पर उनका फोकस होता है। जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका यात्रा के दौरान वापसी में मिस्र होकर आए और दोनों देशों के संबंधों को और अधिक मजबूती दी। उसी तर्ज पर अब फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा से लौटते हुए वह 15 जुलाई को अबू धाबी जाएंगे । ताकि दोनों देशों के संबंधों को और अधिक मजबूत किया जा सके। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय के बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दौरान संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नह्यान के साथ वार्ता करेंगे।
विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है ‘‘ भारत-यूएई की समग्र सामरिक साझेदारी सतत रूप से मजबूत हो रही है और प्रधानमंत्री की यात्रा ऊर्जा, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, खाद्य सुरक्षा, फिनटेक, रक्षा और संस्कृति सहित विभिन्न क्षेत्रों में इसे गहरा बनाने के रास्ते तलाशने का अवसर प्रदान करेगी।’’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13-14 जुलाई को फ्रांस की यात्रा पर जा रहे हैं । प्रधानमंत्री की यह यात्रा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर हो रही है। मोदी 14 जुलाई को फ्रांस में बैस्टिल दिवस समारोह में विशिष्ट अतिथि होंगे। इसमें भारतीय सेना के तीनों अंगों की एक टुकड़ी भी हिस्सा ले रही है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रपति मैक्रों, प्रधानमंत्री के सम्मान में एक राजकीय भोज की मेजबानी करेंगे तथा एक निजी रात्रि भोज भी देंगे। दोनों नेताओं के बीच विविधि विषयों पर व्यापक चर्चा होगी।
फ्रांस में भारतीय समुदाय से करेंगे संवाद
प्रधानमंत्री मोदी का फ्रांस के प्रधानमंत्री और वहां की सीनेट एवं नेशनल एसेम्बली के अध्यक्षों से मुलाकात का भी कार्यक्रम है। पीएम मोदी अलग से फ्रांस में भारतीय समुदाय के लोगों, भारतीय एवं फ्रांसीसी कंपनियों के सीईओ तथा फ्रांस के गणमान्य लोगों से भी संवाद करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री की यह यात्रा सामारिक, वैज्ञानिक, अकादमिक और आर्थिक सहयोग जैसे विविध क्षेत्रों में भविष्य के सहयोग का रास्ता तलाशने का अवसर प्रदान करेगी। इसके बाद फ्रांस से वापसी करते समय प्रधानमंत्री यूएई की भी यात्रा करेंगे। (भाषा)
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