Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. एशिया
  4. प्रिगोझिन ने बदला बगावत का प्लान, पुतिन ने दे दिया "वैगनर चीफ" को अभयदान! अब पूरा पश्चिम हैरान

प्रिगोझिन ने बदला बगावत का प्लान, पुतिन ने दे दिया "वैगनर चीफ" को अभयदान! अब पूरा पश्चिम हैरान

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अपने ही देश के खिलाफ बगावत करने वाली निजी सेना वैगनर ग्रुप और उसके चीफ येवगिनी प्रिगोझिन को माफ कर दिया है। क्रेमलिन ने ऐलान किया है कि प्रिगोझिन और उनकी सेना पर अब देश द्रोह का कोई मुकदमा नहीं चलाया जाएगा। जांच भी बंद कर दी जा रही है। इससे पश्चिमी देश हैरान हैं।

Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Updated on: June 27, 2023 16:12 IST
रूसी राष्ट्रपति पुतिन और वैगनर चीफ येवगिनी प्रिगोझिन- India TV Hindi
Image Source : FILE रूसी राष्ट्रपति पुतिन और वैगनर चीफ येवगिनी प्रिगोझिन

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के खिलाफ बगावत का बिगुल बजाने वाले वैगनर आर्मी के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन को अभयदान मिल गया है। इससे पहले पुतिन के तख्तापलट का ऐलान करने और मास्को की तरफ कूच करने के जुर्म में प्रिगोझिन समेत उनकी सेना पर राष्ट्रपति की ओर से देशद्रोह का मुकदमा चलाए जाने का ऐलान किया गया था। मगर बगावती तेवर वापस लेने और विद्रोह से पीछे हटने के ऐलान के बाद पुतिन ने वैगनर चीफ येवगिनी प्रिगोझिन को अभयदान दे दिया है। लिहाजा अब येवगिनी प्रिगोझिन और उनकी सेना पर रूस के खिलाफ बगावत करने के जुर्म में देशद्रोह का मुकदमा नहीं चलाया जाएगा।

रूसी अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने निजी सेना ‘वैग्नर’ के प्रमुख यवगेनी प्रीगोझिन के नेतृत्व में सशस्त्र विद्रोह की आपराधिक जांच बंद कर दी है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि प्रीगोझिन और विद्रोह में शामिल अन्य लड़ाकों के खिलाफ लगाए गए सभी आरोप भी हटा दिए गए हैं। संघीय सुरक्षा सेवा (एएफबी) ने कहा कि उसकी जांच से पता चला है कि बगावत में शामिल लोगों ने “अपराध को अंजाम देने के इरादे से की जाने वाली गतिविधियां बंद कर दी हैं।” रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रीगोझिन द्वारा सशस्त्र विद्रोह के ऐलान के बाद उन्हें और उनकी निजी सेना के लड़ाकों को देशद्रोही करार दिया था।

मास्को कूच की योजना वापस लेने का बाद बदले हालात

पिछले सप्ताहांत ‘वैग्नर’ प्रमुख के मॉस्को कूच की योजना को वापस लेने के बाद क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति कार्यालय) ने प्रिगोझिन और उनके लड़ाकों के खिलाफ कोई अभियोग नहीं चलाने का फैसला किया है। रूस में सशस्त्र विद्रोह करने के आरोप में 20 साल तक की जेल की सजा देने का प्रावधान है। हालांकि, प्रिगोझिन का अभियोग से बचना दुर्लभ है, क्योंकि क्रेमलिन बागियों और सरकार-विरोधी प्रदर्शनों में शामिल लोगों से बहुत सख्ती से निपटने के लिए जाना जाता है। प्रिगोझिन के मौजूदा ठिकाने को लेकर तस्वीर मंगलवार को भी नहीं साफ हो सकी।

निर्वासन में भेजे जा सकते हैं वैगनर चीफ

क्रेमलिन ने कहा है कि प्रिगोझिन को पड़ोसी देश बेलारूस में निर्वासन में भेजा जाएगा, लेकिन न तो ‘वैग्नर’ प्रमुख और न ही बेलारूस के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। बेलारूस के एक स्वतंत्र सैन्य निगरानी प्रोजेक्ट बेलारुस्की हाजुन ने कहा कि प्रीगोझिन द्वारा कथित तौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला एक जेट विमान मंगलवार सुबह राजधानी मिंस्क के पास उतरा। पुतिन और वैगनर चीफ में बगावत के बाद यूक्रेन को रूस से बदले का मौका मिलने वाला था। इधर पश्चिमी देश भी पुतिन की बर्बादी की दुआ करने लगे थे। मगर बेलारूस के राष्ट्रपति और पुतिन के दोस्त अलेक्जेंडर लुकासेंको ने वैगनर चीफ और क्रेमलिन के बीच समझौता करवा दिया। अब क्रेमलिन द्वारा प्रिगोझिन और उनकी सेना पर अभियोग नहीं चलाने के ऐलान से पश्चिमी देश भी हैरान रह गए हैं।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement