चीन में इस वक्त उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई है। कोरोना ने यहां के लोगों का जीना हराम कर दिया है। इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है जिसके मुताबिक चीन की जनता राष्ट्रपति शी जिनपिंग से परेशान है और उनसे मुक्ति पाना चाहती है। द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार जब से शी ने अपना तीसरा कार्यकाल शुरू किया है, विरोध प्रदर्शनों ने देश को झकझोर कर रख दिया है। वहीं चीन के वरिष्ठ विशेषज्ञ जेरोम कोहेन कहते हैं, ''राजनीतिक रूप से, 2022 चीनी राष्ट्रपति के लिए गौरव का वर्ष माना जाता है, लेकिन इसके बजाय इसने शी को चिंता में भी डाल दिया। उनका देश उथल-पुथल में है और जनता की नजर में उनकी प्रतिष्ठा प्रभावित हुई है।
'जिनपिंग चीन को अज्ञात क्षेत्र में ले जा रहे हैं'
सोआस चाइना इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रोफेसर स्टीव त्सांग कहते हैं, ''शी का तीसरा कार्यकाल हासिल करना, मेरे विचार से 2022 में चीन के लिए सबसे बड़ी बात है। शी सोच सकते हैं कि चीन को आगे बढ़ने का मार्गदर्शन करने के लिए उनके पास एक अच्छा चार्ट (शी जिनपिंग थॉट) है, लेकिन वह चीन को अज्ञात क्षेत्र में ले जा रहे हैं।''
'घरेलू निराशाएं और भड़क सकती हैं'
गार्जियन ने बताया कि सरकार अभी भी शून्य-कोविड के आर्थिक नतीजों और प्रकोपों की आने वाली लहरों से जूझ रही है। लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था घरेलू निराशाओं को और भड़का सकती है, जो 2022 में शी की सिग्नेचर हार्डलाइन जीरो-कोविड पॉलिसी के प्रभाव के कारण चरम पर पहुंच गई थी।