नई दिल्ली। कनाडा में लगातार हिंदू मंदिरों को निशाना बनाए जाने का मामला जारी है। कनाडा के मिसिसॉगा में भगवान श्रीराम के मंदिर को निशाना बनाए जाने के बाद भारतीय दूतावास आग बबूला हो गया है। पीएम जस्टिन ट्रुडो से इस मामले में सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। आपको बता दें कि कनाडा के मिसिसॉगा में हिंदू मंदिर को भारत विरोधी चित्रों से विरूपित करने की घटना सामने आई है। इसके बाद भारत के महावाणिज्य दूतावास ने इस तरह के प्रयासों की कड़ी निंदा की है और त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
वाणिज्यिक दूतावास ने ट्वीट किया, हम मिसिसॉगा में राम मंदिर को भारत विरोधी चित्रों से विरूपित करने की कड़ी निंदा करते हैं। हमने कनाडा के अधिकारियों से घटना की जांच करने और अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने इसे संभावित घृणा अपराध कहा और कहा कि इस प्रकार की नफरत का पील क्षेत्र में कोई स्थान नहीं है। मैं मिसिसॉगा में राम मंदिर मंदिर में नफरत से प्रेरित घटना के बारे में सुनकर दुखी हूं। अज्ञात संदिग्धों ने मंदिर के पीछे दीवारों पर स्प्रे पेंट किया। इस प्रकार की नफरत का पील क्षेत्र में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया- पील पुलिस इस घृणा अपराध को बहुत गंभीरता से ले रही है। 12 डिवीजन के पास जांच की जिम्मेदारी है और वह इसके लिए जिम्मेदार लोगों को ढूंढेंगे।
पहले भी मंदिरों में मूर्तियों को किया जा चुका है खंडित
इससे पहले भी कनाडा में कई स्थानों पर हिंदू मंदिरों के देवी-देवताओं की मूर्तियों को खंडित किया जा चुका है। मगर कनाडा सरकार अब तक इस दिशा में कोई सख्त कदम नहीं उठा पाई है। लिहाजा इस तरह की कार्रवाई से दबंगों का मनोबल बढ़ गया है और वह घटना पर घटना को अंजाम दे रहे हैं। कनाडा में धार्मिक स्वतंत्रता चार्टर अधिकार है और हम यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि हर कोई अपने पूजा स्थल में सुरक्षित रहे। हाल ही में ऐसी ही एक घटना ग्रेटर टोरंटो एरिया (जीटीए) के गौरी शंकर मंदिर में हुई थी, जिसे भी पिछले महीने के अंत में भारत विरोधी चित्रों से विरूपित कर दिया गया था।
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