Pakistan-Saudi Arab: कंगाल पाकिस्तान के आर्थिक हालात बेहद खराब हैं। देश का खजाना खाली हो चुका है। महंगाई आसमान छू रही है। देश की आवाम भुखमरी का जीवन बिताने पर मजबूर है। ऐसे में पाकिस्तान के हुक्मरान पूरी दुनिया में कर्ज की 'भीख' मांगने पर मजबूर हो गए। पाकिस्तान गले तक कर्ज में डूबा है। आलम यह है कि कर्ज चुकाने के लिए भी कर्ज की जरूरत है। ऐसे में अब कई देश उससे कन्नी काटने लगे हैं। लेकिन पाकिस्तान डिफाल्टर न हो जाए, इसके चलते शहबाज शरीफ पहले आईएमएफ के सामने गिड़गिड़ाए, तो कर्ज मिलने को वह राजी हुआ। अब पाकिस्तान का दोस्त सउदी अरब जो पाकिस्तान को कर्ज देने मे आनाकानी कर रहा था, आखिरकार पाकिस्तान की कंगाल हालत पर तरस खा गया और उसे फिर कर्ज दिया है।
अरब से पाक को मिली 2 अरब डॉलर की मिली सहायता
पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने मंगलवार को कहा कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) को सऊदी अरब से 2 अरब डॉलर मिले हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ 3 अरब डॉलर के स्टैंड-बाय समझौते के बाद खराब अर्थव्यवस्था के लिए टॉनिक की तरह हैं। डार ने कहा, ' इस मदद से विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी होगी। इसका असर 14 जुलाई, 2023 को समाप्त सप्ताह के विदेशी मुद्रा भंडार में दिखाई देगा।'
12 जुलाई को आईएमएफ करेगा कर्ज को लेकर फैसला
वित्त मंत्री डार ने यह भी कहा कि 'अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के कार्यकारी मंडल की 12 जुलाई को होने वाली बैठक में पाकिस्तान को तीन अरब डॉलर का कर्ज देने पर फैसला लिया जाना है। इसके पहले दोनों पक्षों के बीच कर्मचारी स्तर पर 29 जून को आपात ऋण समझौता हुआ था।' डार ने ट्वीट संदेश में कहा कि 'पाकिस्तानी केंद्रीय बैंक एसबीपी को सऊदी अरब से दो अरब डॉलर की जमा मिली है, जिससे विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ गया है। अभी पाकिस्तान के पास सिर्फ 4.4 अरब डॉलर की ही विदेशी मुद्रा है।
शहबाज शरीफ ने मोहम्मद बिन सलमान का जताया आभार
इस पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी सऊदी अरब के नेतृत्व एवं अवाम का आभार जताते हुए शहजादा मोहम्मद बिन सलमान को धन्यवाद दिया। सऊदी अरब ने पाकिस्तान को यह जमा राशि देने का वादा पहले ही किया था, लेकिन वह मुद्राकोष के साथ समझौता होने का इंतजार कर रहा था।