प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका से वापस आते ही पाकिस्तान में बवाल मच गया है। पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) से लेकर सिंध और बलूचिस्तान ने फिर से पाकिस्तान के खिलाफ बगावत को तेज कर दिया है। ये तीनों ही इलाके भारत में शामिल होना चाहते हैं। यहां पहले भी कई बार स्थानीय निवासियों ने खुद को भारत में शामिल करने की मांग कर चुके हैं। ऐसे में पाकिस्तान के टुकड़े-टुकड़े होने तय हैं। माना जा रहा है कि पाकिस्तान का नक्शा फिर से बदलने का वक्त बिल्कुल नजदीक आ गया है।
वैसे तो सिंध और बलूचिस्तान में पाकिस्तान के खिलाफ बगावत लंबे अरसे से चल ही रही है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से ऐसी आवाजें उठ रही हैं कि शहबाज सरकार की रातों की नींद उड़ गई है। मोदी सरकार ने ऐसा दांव चला है कि बिना तोप और बंदूक के पाकिस्तान टुकड़े-टुकड़े होने की कगार पर है और पूरे कश्मीर पर भारत का दावा साकार होने के करीब है। इस बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी कह चुके हैं कि अब पीओके लेने का वक्त करीब आ चुका है। भारत की संसद में PoK को लेकर एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित है, कि वो भारत का ही हिस्सा था, है और आगे भी हम मानते रहेंगे। रक्षामंत्री के इस बयान ने पाकिस्तान का सुकून छीन लिया है।
पाकिस्तानी लोग मोदी सरकार से लगा रहे मदद की गुहार
पाकिस्तानी लोग भी इधर मोदी सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। पाकिस्तान के एक बुजुर्ग का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें वह खुद को सिंधी हिंदू होने की बात कह रहे हैं और बता रहे हैं कि हमारी हिंदू बेटियों पर बहुत जुर्म हो रहा है। प्लीज मोदी जी और अमित शाह जी बचा लीजिए। वह भारत से शरण देने की मांग भी कर रहे हैं।
पाकिस्तान में हो रही अब ये चर्चा
पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के बाद से पाकिस्तान में हताशा का माहौल है। पाकिस्तानी विशेषज्ञ और एंकर अब टेलीविजन पर चर्चा के दौरान यहां तक कह रहे हैं कि अमेरिका अगर पाकिस्तान से बात भी करेगा तो भारत की इजाजत लेकर करेगा। भारत ने अमेरिका को अपनी जरूरत का एहसास करा दिया है। पाकिस्तानियों का कहना है कि भारत ने यह दिखा दिया है कि उसे अमेरिका की जरूरत उतनी नहीं है, जितनी कि अमेरिका को भारत की है। क्योंकि भारत अपना हर मसला हल करने में खुद सक्षम है।
पीओके को लेकर चर्चा
पीओके में बने शारदी पीठ मंदिर का हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमितशाह ने उद्घाटन किया था। इसके बाद उन्होंने कश्मीर से पीओके तक कोरिडोर बनाने का ऐलान भी किया था। दो पाकिस्तानी पत्रकारों ने कहा कि अमित शाह के ऐलान के बाद पीओके के विधायकों ने खुद ही सर्व सम्मति से विधानसभा में कोरिडोर के लिए प्रस्ताव को पास कर दिया। इससे लगता है कि भारत और पीओके में अंदर-अंदर कुछ चल रहा है और वहां के लोग खुद भारत में मिलना चाहते हैं। पाकिस्तान में अब नारे लग रहे हैं कि "ये जो दहशतगर्दी है इसके पीछे वर्दी है। ये मारामारी है इसके पीछे वर्दी है। कश्मीरियों के कातिल कौन...पाकिस्तान की कातिल फौज। " इस तरह के नारे लाइन ऑफ कंट्रोल एलओसी के उस पार यानि पीओके में लग रहे हैं।
पीओके के लोग भारत में होना चाहते हैं शामिल
जम्मू कश्मीर का एक बड़ा हिस्सा जिसे हम पाक अधिकृत कश्मीर के रूप में जानते हैं. वहां के लोग देख रहे हैं कि इस तरफ लोग चैन और अमन के साथ अपनी जिंदगी बिता रहे हैं, यानि भारत में...और वहां जब पाकिस्तान की सरकार के द्वारा उनपर जुल्म किया जाता है, नाइंसाफी की जाती है तो उन्हें तकलीफ होती है। राजनाथ सिंह जो बात कह रहे हैं, वो पहली बार नहीं हो रहा...पाकिस्तानी फौज और पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ खुद पाकिस्तान के कबजे वाले कई इलाके, जैसे कि एलओसी के पार पीओके से लेकर सिंध और बलूचिस्तान तक कुछ बहुत तेजी से सुलग रहा है... और इसकी आंच इस पार यानि कश्मीर और लेह लद्दाख तक महसूस हो रही है...इंतजार है तो बस सही वक्त और सही कदम का।
यह भी पढ़ें
भयंकर गृहयुद्ध की चपेट में आ चुका था रूस, वैगनर ग्रुप के खिलाफ त्वरित Action पर पुतिन ने कही ये बात