थिंपू: भारत सिर्फ अपने विकास पर ही फोकस्ड नहीं है। भारत पड़ोसी देशों में भी हो रहे विकास के कार्यों में बड़ी भूमिका निभा रहा है। पड़ोसी देशों की इस लिस्ट में भूटान का नाम भी शामिल हैं और पीएम मोदी की भूटान यात्रा से इस बात पर मुहर भी लग गई है। भारत आने वाले पांच वर्षों में भूटान को बड़ी आर्थिक सहायता भी करेगा। इस बीच पीएम मोदी और भूटान के उनके समकक्ष शेरिंग टोबगे ने भूटान में भारत के सहयोग से निर्मित एक आधुनिक अस्पताल का उद्घाटन किया। ‘ज्ञाल्त्सुएन जेत्सुन पेमा वांगचुक मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल’ 150 बिस्तर वाला आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल है जिसे थिंपू में भारत सरकार के सहयोग से बनाया गया है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस है अस्पताल
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘स्वास्थ्य देखभाल में साझेदारी को बढ़ावा मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे के साथ थिंपू ज्ञाल्त्सुएन जेत्सुन पेमा मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। आधुनिक सुविधाओं से संपन्न यह अस्पताल भारत-भूटान विकास सहयोग का शानदार उदाहरण है।’’ विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि भारत ने दो चरणों में अस्पताल के विकास में सहयोग दिया है। पहले चरण में 22 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण हुआ और यह 2019 से संचालनात्मक है। दूसरे चरण का निर्माण 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत 119 करोड़ रुपये की लागत से 2019 में शुरू किया गया तथा हाल में निर्माण कार्य पूरा हुआ। विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि इस नवनिर्मित अस्पताल से भूटान में माता व बाल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी। इस नए अस्पताल में बाल चिकित्सा, स्त्री रोग और प्रसूति विज्ञान, एनेस्थिसियोलॉजी, ऑपरेशन थियेटर, नवजात गहन देखभाल और बाल चिकित्सा गहन देखभाल के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
कैंसर अस्पताल के निर्माण की तरफ बढ़े कदम
भूटान के स्वास्थ्य मंत्री टांडिन वांगचुक ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘भूटान को भारत से काफी सहयोग मिल रहा है खासतौर से स्वास्थ्य क्षेत्र में, तीन रेफरल अस्पतालों से लेकर अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं तक।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यहां ज्ञाल्त्सुएन जेत्सुन पेमा मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल का उद्घाटन करना हमारे लिए सम्मान की बात है।’’ उन्होंने कहा कि यह अस्पताल पूरी तरह भूटान की माताओं और बच्चों को समर्पित है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एक कैंसर अस्पताल का भी प्रस्ताव है जिसे इसी परिसर में ही बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी कैंसर मरीजों को भारत भेज रहे हैं। लिहाजा कैंसर अस्पताल का निर्माण पूरा होने के बाद, मुझे लगता है कि इससे भूटान की स्वास्थ्य सेवाओं की विशेष चिकित्सा देखभाल को भी बढ़ावा मिलेगा।’’ भाषा
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