नई दिल्ली: पीएम मोदी ने आज मंगलवार को अपने इजराइली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ फोन पर बात की। इस दौरान दोनों के बीच इजरायल-हमास संघर्ष को लेकर सार्थक बातचीत की गई। इसके साथ ही क्षेत्र में समुद्री यातायात की सुरक्षा पर भी साझा चिंताएं व्यक्त की गईं। फोन पर हुई बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने 'वार्ता और कूटनीति' के जरिए सभी बंधकों की रिहाई के साथ-साथ प्रभावित लोगों को मानवीय सहायता जारी रखने पर चर्चा की। साथ ही संघर्ष के शीघ्र और शांतिपूर्ण समाधान पर पीएम मोदी ने जोर दिया।
मानवीय सहायता जारी रखने की आवश्यकता
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक नेतन्याहू ने पीएम मोदी से टेलीफोन पर बात की। नेतन्याहू ने पीएम मोदी को इजरायल-हमास संघर्ष में हाल के घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी। बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने समुद्री यातायात की सुरक्षा के संबंध में चिंताओं को साझा किया। पीएमओ के अनुसार, ‘‘प्रधानमंत्री ने प्रभावित आबादी के लिए मानवीय सहायता जारी रखने की आवश्यकता को दोहराया। साथ ही बातचीत तथा कूटनीति के माध्यम से सभी बंधकों की रिहाई सहित संघर्ष के शीघ्र और शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया।’’ दोनों नेताओं ने संपर्क में बने रहने पर सहमति जताई।
पीएम मोदी ने एक्स पर दी जानकारी
फोन पर बात करने के बाद में पीएम मोदी ने सोशल मीडियो प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर ट्वीट कर नेतन्याहू के साथ फोन पर हुई चर्चा की जानकारी दी। एक्स पर किए गए अपने एक पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ चल रहे इजरायल-हमास संघर्ष पर विचारों का सार्थक आदान-प्रदान हुआ, जिसमें समुद्री यातायात की सुरक्षा पर साझा चिंताएं भी शामिल थीं।’’ आगे उन्होंने कहा कि ‘‘प्रभावितों के लिए निरंतर मानवीय सहायता के साथ क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के पक्ष में भारत के निरंतर रुख पर प्रकाश डाला।’’
इजराइल-हमास के बीच युद्ध जारी
बता दें कि हमास की ओर से सात अक्टूबर को इजराइल पर किए गए भीषण हमले के बाद से इजराइल ने जवाबी हमले शुरू किए। इन हमलों में अब तक करीब 20,000 फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है जबकि लगभग 19 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। इजराइल ने मंगलवार को दक्षिणी गाजा को निशाना बनाते हुए हमले किए, जिसमें 28 फलस्तीनियों की मौत हो गई। साथ ही इजराइल ने गाजा के उत्तरी हिस्से में एकमात्र संचालित अस्पताल पर भी छापेमारी की। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब इजराइली हमले में तीन बंधकों की मौत के बाद उस पर संघर्षविराम के लिए दबाव बढ़ रहा है। हालांकि, अमेरिका की तरफ से समर्थन बढ़ने के बाद इजराइल ने हमास के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं।
(इनपुट: भाषा)
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