India-Ukraine: रूस और यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से जंग जारी है। इस जंग के बीच पहली बार यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से पीएम मोदी मिले। यह मुलाकात शनिवार को जापान के हिरोशिमा में आयोजित जी7 समिट में हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जंग की भी समस्या का हल नहीं है। इससे दुनिया को नुकसान हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन संकट का हल निकालने के लिए भारत हर संभव कोशिश करेगा। वहीं जेलेंस्की ने भी भारत को अपने शांति के फॉर्मूले के बारे में विस्तार से बताया।
हिरोशिमा में जी-7 समूह के शिखर सम्मेलन से इतर यूक्रेने के राष्ट्रपति के साथ पीएम मोदी की बैठक हुई। इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि यूक्रेन में जंग पूरी दुनिया के लिए एक बहुत बड़ा मुद्दा है और समूचे विश्व पर इसके कई अलग-अलग प्रभाव पड़े हैं। मोदी ने बातचीत के दौरान शुरुआती टिप्पणी में कहा, ‘मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत और मैं, अपनी व्यक्तिगत क्षमता में, इस संघर्ष का समाधान तलाशने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा।’
यूक्रेन संकट को राजनीति के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए, बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने यूक्रेनी नेता से कहा कि वह संघर्ष को एक राजनीतिक या आर्थिक मुद्दे के रूप में नहीं देखते हैं और उनके लिए यह मानवता का मुद्दा है। जेलेंस्की ने भारतीय पक्ष को अपने शांति सूत्र के बारे में विस्तार से जानकारी दी और भारत से इसके कार्यान्वयन में शामिल होने का आग्रह किया। मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने यूक्रेन के नेता को समाधान निकालने के लिए बातचीत और कूटनीति के वास्ते भारत के ‘स्पष्ट समर्थन’ की बात कही। पीएम मोदी ने कहा कि भारत यूक्रेन के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करना जारी रखेगा।
जंग मेरे लिए मानवता का मुद्दा, पीएम मोदी ने कही ये बात
पीएम मोदी ने कहा कि जंग के बीच कई बार जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की है। बहुत दिनों के बाद जेलेंस्की मिलने का मौका मिला। पीएम मोदी ने कहा कि 'यूक्रेन संकट पूरी दुनिया के लिए एक बहुत बड़ा मुद्दा है। पूरी दुनिया पर इसके कई अलग-अलग प्रभाव पड़े हैं।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं इसे राजनीतिक या आर्थिक मुद्दे के रूप में नहीं देखता, मेरे लिए यह मानवता का मुद्दा है।’ मोदी ने कहा, ‘युद्ध की पीड़ा क्या होती है, यह हम सब से ज्यादा आप जानते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि 'जब हमारे छात्र पिछले साल यूक्रेन से वापस आये, तब उन्होंने हालात के बारे में विस्तृत रूप से जो कुछ बताया, उससे मैं आपके और यूक्रेनी नागरिकों के दर्द को समझ सका।’
जेलेंस्की ने पीएम मोदी को क्यों कहा 'शुक्रिया'?
जेलेंस्की ने अपनी टिप्पणी में कहा, ‘हमारे देश की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता’ का समर्थन करने और मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए भारत को धन्यवाद देता हूं।’ पिछले साल 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूसी आक्रमण शुरू होने के बाद, भारत ने यूक्रेन से हजारों छात्रों को निकाला था। वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल में, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल शामिल थे। भारत ने यूक्रेन पर रूसी हमले की अब तक निंदा नहीं की है और नयी दिल्ली यह कहता रहा है कि संकट का समाधान कूटनीति और बातचीत के माध्यम से किया जाना चाहिए।