नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार बीजेपी और एनडी को जीत दिलाने पर ताइवान के राष्ट्रपति लाई-चिंग-ते ने भी अन्य विश्व नेताओं की तरह बधाई संदेश भेजा। पीएम मोदी ने भी उनके बधाई संदेश पर अपनी प्रतिक्रिया देकर लाई चिंग ते का आभार जताया। मगर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया चीन को इतनी बुरी लग गई कि वह भड़क गया और भारत को नसीहत देने लगा। आइए अब आपको बताते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने ताइवान के राष्ट्रपति के बधाई संदेश पर प्रतिक्रिया में ऐसा क्या लिख दिया, जिससे कि चीन बौखला गया।
बता दें कि 4 जून की चुनावी जीत पर ताइवान के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को बधाई पोस्ट एक्स पर शेयर किया था। उनके इस संदेश को टैग करते हुए पीएम मोदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया देकर उनका आभार जताया। मगर प्रधानमंत्री की इस प्रतिक्रिया के खिलाफ चीन ने भारत के समक्ष अपना विरोध दर्ज कराया है। बीजिंग के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने भारत को वन-चाइना नीति के प्रति नई दिल्ली की प्रतिबद्धता की याद दिलाई और ताइवान की राजनीतिक योजनाओं के प्रति सतर्क रहने को कहा।
पीएम मोदी ने पोस्ट में क्या लिखा
ताइवान के राष्ट्रपति ने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी चुनावी जीत पर लिखा कि मेरी ओर से हार्दिक बधाई। हम तेजी से बढ़ती ताइवान--भारत साझेदारी को बढ़ाने, इंडोपैसिफिक में शांति और समृद्धि में योगदान देने के लिए व्यापार, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में अपने सहयोग का विस्तार करने के लिए तत्पर हैं। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ...लाई चिंग-ते मैं आपके गर्मजोशी भरे संदेश के लिए आपका धन्यवाद करता हूं। साथ ही ताइवान के साथ घनिष्ठ संबंधों की आशा करता हूं, क्योंकि हम पारस्परिक रूप से लाभप्रद आर्थिक और तकनीकी साझेदारी की दिशा में काम करते हैं।
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीनी पीएम मोदी के इसी जवाब पर भड़क गया। क्योंकि चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है। भारत और ताइवान के बीच में अब तक कोई राजनयिक संबंध नहीं हैं। मगर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया चीन को भारत-ताइवान के बीच राजनयिक संबंध बढ़ाने का संदेश प्रतीत हो रही है। इसलिए सरकार ने ताइवान के राष्ट्रपति के बधाई संदेश पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया के खिलाफ भारत के समक्ष विरोध दर्ज कराया है।
चीनी राष्ट्रपति ने अब तक नहीं दी है पीएम मोदी को बधाई
दुनिया के लगभग सभी विश्व नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी, लेकिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अभी तक कोई बधाई संदेश नहीं दिया। हालांकि नई दिल्ली में चीनी राजदूत ने जरूर पीएम मोदी को बधाई दी थी। पाकिस्तान की ओर से भी अभी तक प्रधानमंत्री मोदी को बधाई नहीं आई है। चीनी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता माओ निंग ने गुरुवार को कहा, "चीन ने हमेशा ताइवान क्षेत्रीय अधिकारियों और चीन के साथ राजनयिक संबंध रखने वाले देशों के बीच किसी भी प्रकार की आधिकारिक बातचीत का दृढ़ता से विरोध किया है। विश्व में केवल एक ही चीन है। ग्लोबल टाइम्स ने प्रवक्ता निंग के हवाले से बताया, भारत ने एक-चीन सिद्धांत के संबंध में गंभीर राजनीतिक प्रतिबद्धताएं की हैं और ताइवान अधिकारियों की राजनीतिक योजनाओं के प्रति सतर्क रहना चाहिए और एक-चीन सिद्धांत का उल्लंघन करने वाले कार्यों से बचना चाहिए।
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