नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पैटोंगटार्न शिनवात्रा को थाईलैंड की सबसे युवा प्रधानमंत्री बनने पर आज बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि वह दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित हैं। बता दें कि थाईलैंड के पूर्व राष्ट्रपति थाकसिन शिनवात्रा की बेटी पैटोंगटार्न शिनावात्रा रविवार को शाही समर्थन पत्र मिलने के बाद थाईलैंड की प्रधानमंत्री बन गईं। मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, “थाईलैंड की प्रधानमंत्री चुने जाने पर पैटोंगटार्न शिनावात्रा को बधाई। एक बहुत ही सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं।”
उन्होंने लिखा, “सभ्यता, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के बीच संपर्क की मजबूत नींव पर आधारित भारत और थाईलैंड के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं।” पैतोंगतार्न अपने पिता थाकसिन शिनावात्रा और चाची यिंगलक शिनावात्रा के बाद इस पद पर काबिज होने वाली शिनावात्रा परिवार की तीसरी सदस्य हैं।
शाही मंजूरी के बाद शिनावात्रा बनीं थाईलैंड की प्रधानमंत्री
थाइलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा की बेटी पैतोंगतार्न शिनावात्रा रविवार को शाही मंजूरी पत्र मिलने के बाद देश की प्रधानमंत्री बन गईं। थाइलैंड की संसद ने थाकसिन शिनावात्रा की सबसे छोटी बेटी पैटोंगटार्न शिनावात्रा को शुक्रवार को देश की नयी प्रधानमंत्री चुना था। पूर्ववती प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन को इससे दो दिन पहले संवैधानिक न्यायालय ने नैतिकता उल्लंघन के कारण पद से हटा दिया था। पैतोंगतार्न अब थाविसिन की जगह फेउ थाई पार्टी की नयी नेता होंगी और उस गठबंधन का नेतृत्व करेंगी, जिसमें पार्टी की पिछली सरकार को अपदस्थ करने वाले तख्तापलट से जुड़े सैन्य दल शामिल हैं।
कौन हैं पैटोंगटार्न शिनवात्रा
पैटोंगटार्न थाईलैंड की कमान संभालने वाली शिनावात्रा परिवार की तीसरी सदस्य हैं। इससे पहले उनके अरबपति पिता थाकसिन शिनावात्रा और चाची यिंगलक शिनावात्रा इस पद पर रह चुकी हैं। पैटोंगटार्न अपनी चाची के बाद थाईलैंड की दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनी हैं। थाकसिन और यिंगलक को तख्तापलट के जरिये सत्ता से बेदखल कर दिया गया था और उन्हें देश छोड़कर जाना पड़ा था, लेकिन फेउ थाई पार्टी के सरकार बनाने पर थाकसिन पिछले साल थाईलैंड लौट आए थे। पैटोंगटार्न को बैंकॉक स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक समारोह में नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया, जिसमें सत्तारूढ़ गठबंधन के वरिष्ठ सदस्य और उनके पिता भी उपस्थित थे।
पैटोंगटार्न ने थाई कहा-खुले दिमाग से करेंगी काम
थाकसिन की कोई औपचारिक भूमिका नहीं है, लेकिन उन्हें फ्यू थाई पार्टी का वास्तविक नेता माना जाता है। पिता-पुत्री एक ही कार में आए और मुस्कुराते हुए एवं एक-दूसरे का हाथ थामे हुए साथ-साथ चलते नजर आए। पैटोंगटार्न ने थाई नरेश, लोगों और सांसदों को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह अपने कर्तव्यों का पालन ‘‘खुले दिमाग से’’ करेंगी और ‘‘थाईलैंड को एक ऐसा स्थान बनाएंगी, जो थाई लोगों को सपने देखने, सृजन करने और अपना भविष्य स्वयं तय करने का अवसर प्रदान करेगा।’’ (भाषा)