नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भूटान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। भूटान के राजा ने पीएम मोदी को ऑर्डर ऑफ ड्रुक ग्यालपो से सम्मानित किया है। इसके साथ ही पीएम मोदी भूटान का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पाने वाले पहले गैर-भूटानी व्यक्ति हैं। स्थापना के बाद से अब तक यह पुरस्कार केवल चार प्रतिष्ठित हस्तियों को प्रदान किया गया है। पीएम मोदी भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाले पहले विदेशी शासनाध्यक्ष हैं।
देशवासियों को समर्पित किया पुरस्कार
वहीं ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो से सम्मानित होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि "आज मेरे जीवन का बहुत बड़ा दिन है, मुझे भूटान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया है। हर पुरस्कार विशेष होता है, लेकिन जब आपको किसी देश से पुरस्कार मिलता है तो इससे पता चलता है कि दोनों देश सही रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। मैं प्रत्येक भारतीय के आधार पर इस सम्मान को स्वीकार करता हूं और इसके लिए आपको धन्यवाद देता हूं।'' पीएम मोदी ने आग कहा कि "भारत और भूटान के बीच संबंध जितने प्राचीन हैं, उतने ही नए और समकालीन भी हैं। जब मैं 2014 में भारत का प्रधानमंत्री बना, तो मेरी पहली विदेश यात्रा के रूप में भूटान जाना मेरे लिए स्वाभाविक था। पीएम मोदी ने ये सम्मान 140 करोड़ देशवासियों को समर्पित किया है।
दो दिन का यात्रा पर पीएम मोदी
इससे पहले पीएम मोदी ने भूटान की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा शुरू करते हुए शुक्रवार को भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात की। भूटान नरेश से मुलाकात से पहले मोदी का भव्य स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ‘पड़ोस प्रथम’ की नीति के तहत भूटान के साथ भारत के अनूठे संबंधों को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भूटान पहुंचे। अपने आगमन के कुछ घंटों बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह खूबसूरत देश में ‘‘यादगार स्वागत’’ के लिए भूटानी लोगों के आभारी हैं। उन्होंने भारत-भूटान मित्रता के ‘‘नयी ऊंचाइयां छूते रहने’’ की आशा जताई।
पीएम ने एक्स पर किया पोस्ट
पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा कि ‘‘मैं भूटान के लोगों, खासकर युवाओं का उनके खूबसूरत देश में यादगार स्वागत के लिए आभारी हूं।’’ उन्होंने भूटान के विभिन्न वर्गों के लोगों के साथ बातचीत की तस्वीरें भी साझा कीं। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि यह यात्रा भारत और भूटान के बीच नियमित रूप से होने वाली उच्चस्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा और सरकार की ‘पड़ोस प्रथम’ की नीति पर जोर देने की कवायद के अनुरूप है।
भूटान के राजा ने कही ये बात
पीएम मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित करने के बाद भूटान के राजा ने कहा कि नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक नेतृत्व के उत्कृष्ट अवतार हैं। उनके नेतृत्व में, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया है और 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। प्रधानमंत्री मोदी भारत की प्राचीन सभ्यता को प्रौद्योगिकी और नवाचार के एक गतिशील केंद्र में बदलकर नियति के प्रतीक के रूप में उभरे हैं। पर्यावरण की सुरक्षा और नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश के प्रति उनकी प्रतिबद्धता भारत की प्रगति को वास्तव में अच्छी बनाती है। प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व ने भारत को परिवर्तन के पथ पर अग्रसर किया है। इससे भारत का नैतिक अधिकार और वैश्विक प्रभाव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की नेबरहुड फर्स्ट नीति ने दक्षिण एशिया को मजबूत किया है और सामूहिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है।
भूटान के लिए सम्मान की बात
टोबगे ने कहा कि यह भूटान के लिए सम्मान की बात है कि ऐसे कद का राजनेता भूटानी लोगों का सच्चा मित्र है। प्रधान मंत्री मोदी आत्मनिर्भरता हासिल करने और एक विकसित राष्ट्र बनने के भूटान के राष्ट्रीय दृष्टिकोण के दृढ़ समर्थक हैं। भूटान-भारत संबंध राष्ट्रों के बीच अनुकरणीय हैं। प्रधानमंत्री मोदी की मित्रता भूटान के सभी उद्देश्यों और पहलों के प्रति समर्थन ने हमारे संबंधों को पहले से कहीं अधिक मजबूत बना दिया है। यह पुरस्कार प्रधान मंत्री मोदी की व्यक्तिगत उपलब्धियों, उनके नेतृत्व और भारत -भूटान के बीच दोस्ती के बंधन को मजबूत करने में उनके योगदान को मान्यता देता है। यह उनके नेतृत्व में भारत के वैश्विक शक्ति के रूप में उदय का भी सम्मान करता है।
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