नई दिल्लीः महंगाई, भुखमरी और आर्थिक तंगी का सामना कर रहे पाकिस्तान में जनता अब भड़क उठी है। पाकिस्तान में कई महीने से आटा, दाल, चावल के लिए लोगों को बड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसे में जनता ने सड़क पर उतरने का मन बना लिया है। आसमान छूती महंगाई के खिलाफ तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने सोमवार को पाकिस्तान में देशव्यापी बंद किया है। समा टीवी के मुताबिक कराची, लाहौर, फैसलाबाद, मंडी बहाउद्दीन, बहावलपुर और चिचावतनी सहित देशभर के विभिन्न शहरों में हड़ताल देखी जा रही है।
देशव्यापी हड़ताल के चलते पाकिस्तान के कई बाजार और पेट्रोल पंप बंद हो गए हैं, जिससे जनता को असुविधा हो रही है। यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, क्योंकि परिवहन सेवाएं आंशिक रूप से निलंबित हैं। टीएलपी प्रमुख साद रिजवी ने दावा किया कि हड़ताल के उनके आह्वान का देश के हर कोने से समर्थन मिला। उन्होंने कहा कि टीएलपी पाकिस्तानियों के अधिकारों के लिए आवाज उठा रही है। आवश्यक वस्तुओं और पेट्रोलियम उत्पादों की आसमान छूती कीमतों के कारण टीएलपी को हड़ताल का आह्वान करने के लिए मजबूर होना पड़ा। रिजवी ने कहा, "बढ़ती महंगाई, पेट्रोलियम उत्पादों की बढ़ती कीमतों और व्यापारियों के आर्थिक नुकसान को देखते हुए उनके संगठन को सड़क पर आना पड़ा है।
पाकिस्तान सरकार को दी चेतावनी
टीएलपी ने पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ को चेतावनी देते कहा है कि अगर सरकार ने निर्धारित समय सीमा पर पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि को वापस ले लिया होता, तो आज इतना बड़ा कदम नहीं उठाना पड़ता।" अब भी सरकार नहीं चेती तो बड़ा आंदोलन होगा। उन्होंने कहा, "सरकार गरीबों को राहत देने में पूरी तरह विफल रही है और यही सबसे बड़ी समस्या है।" दूसरी ओर पाकिस्तान होलसेल ग्रॉसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल रऊफ इब्राहिम ने कहा कि कराची के जोरा बाजार सहित मुख्य बाजार और आसपास के बाजार सोमवार को खुले रहेंगे। उन्होंने कहा कि वे महंगाई के खिलाफ विरोध का समर्थन करेंगे, लेकिन बाजार बंद नहीं करेंगे। इससे और अधिक नुकसान होगा।
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