इस्लामाबाद: पाकिस्तान की खस्ता हालत किसी से छुपी हुई नहीं है। वह दुनियाभर के देशों और संस्थाओं से अपनी मदद की गुहार लगाता रहता है। इस समय वहां कोई नियमित सरकार भी नहीं है। देश की बागडोर कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक़ के हाथों में है। सत्ता संभाले हुए उन्हें अभी ज्यादा समय भी नहीं हुआ लेकिन उनके खिलाफ जनता ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। पाकिस्तान के कई शहरों में बढ़े हुए बिजली बिलों के लेकर जबरदस्त बवाल हो रहा है। इसके बाद रविवार को उन्होंने आपातकालीन बैठक की।
'जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए अधिकारी जल्द से जल्द समाधान खोजें'
इस बैठक में पाकिस्तानी कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर ने कहा कि जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए सभी अधिकारी जल्द से जल्द समाधान खोजें और उसे लागू करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बिजली बिलों में कटौती के लिए अगले 48 घंटे में ठोस प्लान तैयार किया जाए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम जल्दबाजी में ऐसे कोई कदम नहीं उठाएंगे, जिससे देश को नुकसान हो। हम ऐसे कदम उठाएंगे, जिससे देश के खजाने पर बोझ भी ना पड़े और उपभोक्ताओं को सुविधा भी हो।
'पीएम हाउस और सचिवालय में बिजली की खपत कम करने के लिए उपाय लागू किए जाएं'
कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने कहा कि यह संभव नहीं हैं कि आम जनता जब तमाम परेशानियों का सामना कर रही हो तब उनके द्वारा कर के रूप में चुकाए गए पैसों से अधिकारी और प्रधानमंत्री मुफ्त बिजली का उपयोग जारी रखें। उन्होंने कहा कि बिजली की बचत के लिए जो भी संभव उपाय और कदम हों, उन्हें लागू किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह आम आदमी के प्रधानमंत्री हैं, इसलिए पीएम हाउस और सचिवालय में बिजली की खपत कम करने के लिए उपाय लागू किए जाएं। इसके लिए अगर आपको मेरे कमरे की एसी भी बंद करनी पड़े तो उसे किया जाए।
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