Pakistan-Britain: ब्रिटिश गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन ने एक ऐसा बड़ा बयान दे दिया, जिससे पाकिस्तान को मिर्ची लग गई और वो भड़क गया। ब्रिटिश गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन ने रविवार को बयान दिया कि पाकिस्तानी मूल के नागरिक गोरी लड़कियों का रेप करते हैं, उन्हें ड्रग्स देते हैं। ब्रिटिश गृह सचिव के इस बयान पर पाकिस्तान भड़क गया है। पाकिस्तान ने इस बयान को ‘भेदभावपूर्ण बताया है। साथ ही कहा कि यह बयान ‘जेनोफोबिक‘ है। जेनोफोबिक का अर्थ होता है विदेशियों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने इसके परिणाम भुगतने की बात भी कही है। ब्रिटिश सचिव के बयान के बाद दुनियाभर में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के नागरिक सभी के निशाने पर आ गए हैं। इस बयान के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस बयान पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ‘इस तरह की टिप्पणियां एक खतरनाक आदत को बढ़ावा देंगी‘।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहारा बलोच ने कहा कि ‘ब्रेवरमैन के बाल अपराध और यौन शोषण बयान पर नेशनल सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू चिल्ड्रन ‘एनएसपीसीसी‘ ने चेतवानी जारी करते हुए कहा कि ‘रेप और शोषण‘ करने वाले सिर्फ एक ही ‘बैकग्राउंड‘ से आते हैं, यहकहना मूर्खता पूर्ण है। इस प्रकार की टिपण्णी सिर्फ ‘नस्लीय‘ही हो सकती हैं‘।
पीएम सुनक ने कहा ‘महिलाओं व लड़कियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता‘
दरअसल, ब्रिटिश सचिव को आप्रवासियों के खिलाफ बेबाक बयानों और कड़े रूख के लिए जाना जाता है। वे जब 2020 में अटॉर्नी जनरल थीं, तब भी उन्होंने आप्रवासियों के विरोध में टिप्पणी की थी। उधर, ब्रिटिश गृह सचिव के बयान के बाद पीएम सुनक ने बाल अपराध और यौन शोषण करने वाले अपराधियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का आदेश दिया है। पीएम ने ऐसे अपराधों को रोकने के लिए ‘विशेष टास्क फोर्स‘ के गठन करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा उनकी सबसे पहली प्राथमिकता है।