Pakistan_India Border: भारत और पाकिस्तान भले ही एक दूसरे के जानी दुश्मन हैं और दोनों देशों के संबंध इस वक्त बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं। मगर इस वक्त एक ऐसा वाक्या हुआ है कि पाकिस्तान से सीमा पार करके भारत आए "बॉर्डर-2 का ऐतिहासिक जलियांवाला बाग में स्वागत किया जा रहा है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर वह पाकिस्तानी कौन है, जिसकी हिंदुस्तान आने पर इतनी आव-भगत हो रही है। इस घटना से आपको फिल्म अभिनेता सन्नी देओल की फिल्म "गदर" भी याद आ रही होगी, जिसमें वह पाकिस्तानियों को पस्त करते हुए सुरक्षित भारत लौट आए थे। इसके बाद उनका भी देश में स्वागत किया गया था। मगर इस बार पाकिस्तान से आने वाला बॉर्डर-2 कौन है, आइए इस बारे में आपको समझाते हैं।
पाकिस्तान से अमृतसर के जलियांवाला बाग पहुंचा "बॉर्डर-2" कोई हिंदुस्तानी व्यक्ति नहीं है। वह पाकिस्तानी है। फिर भी उसका देश में स्वागत किया जा रहा है। यह सुनकर आप चौंकिये मत, क्योंकि इसके पीछे एक खास वजह है। दरअसल एक पाकिस्तानी हिंदू महिला जयपुर जाने के लिए हिंदुओं के जत्थे के साथ भारत आई थी। वह गर्भवती थी। सोमवार को पंजाब के अमृतसर पहुंचने पर उसका लेबर पेन बढ़ गया। इसके बाद उसे अमृतसर के जलियांवाला बाग हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉक्टरों के अनुसार महिला की हालत इतनी गंभीर थी कि उसकी और गर्भ में पल रहे शिशु की जान बचाना मुश्किल था। इसके बावजूद डॉक्टरों ने सामान्य डिलीवरी कराकर सबको चौंका दिया। इससे हिंदू महिला और उसका परिवार खुश हो गया। अब महिला के पति ने भारत में जन्मे अपने इस नवजात का नाम "बॉर्डर-2" रखने का फैसला किया है। पाकिस्तानी महिला के पति के इस फैसले का हॉस्पिटल के स्टाफ ने भी स्वागत किया है।
अटारी-बाघा बॉर्डर के रास्ते भारत आया परिवार
पाकिस्तानी हिंदू दंपत्ति हिंदुओं के जत्थे के साथ भारत आए थे। उन्हें जयपुर जाना था। मगर सोमवार को अमृतसर पहुंचने पर गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाना पड़ गया। सामान्य डिलीवरी के बाद जच्चा-बच्चा की हालत स्वस्थ है। परिवार वालों का कहना है कि दिसंबर 2021 में भारत के अटारी बॉर्डर पर एक अन्य हिंदू महिला ने जब बच्चे को जन्म दिया था तो उसका नाम "बॉर्डर" रखा था। इसलिए अब जलियांवाला बाग हॉस्पिटल में नवजात का नाम वह "बॉर्डर-2" रख रहे हैं।