Highlights
- पाकिस्तानी सरकार ने लश्कर पर प्रतिबंध लगा दिया था
- सभी संबंधित एजेंसियां अलर्ट पर हैं
- पीड़ितों की मदद के नाम पर चंदा इकठ्ठा कर रहे हैं
Pakistan Floods: इस समय पाकिस्तान मुश्किल दौर से गुजर रहा है। देश में मंहगाई ने आम लोगों की कमर को तोड़ दी है। वही देश का एक तिहाई हिस्सा बाढ़ के चपेट में है। आतंकवादी इस आपदा को अवसर में बदलने की तैयारी कर रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक बाढ़ पीड़ितों की मदद के नाम पर चंदा इकठ्ठा कर रहे हैं और इसी चंदे से भारत को दहलान की साजिश रच रहे हैं। इस बात की भनक मीडिया चैनलों को लगी तो पाकिस्तानी आवाम भी हैरान हो गई। देश में आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइपर किसी और नाम से सक्रिय है और लोगों से चंदा इकट्ठा कर रहा है। पोल खुलने के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी आनन-फानन में बयान जारी किया।
विदेश मंत्रालय ने कही ये बात
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया कि बाढ़ राहत कार्यों में एक "प्रतिबंधित संगठन" शामिल था। मंत्रालय ने इसे 'भारत का प्रचार' करार दिया। विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, 'पाकिस्तान इस तरह की खबरों को खारिज करता है। यह पाकिस्तान के प्रति भारत के पूर्वाग्रह का एक हिस्सा है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने का प्रयास है।
बाढ के नाम पर ले रहा है चंदा
पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक, मंत्रालय ने कहा कि "पाकिस्तान ने गैर सरकारी संगठनों की ओर से बाढ़ राहत कार्यों की निगरानी के लिए मजबूत नियामक स्थापित किए हैं। राहत प्रयासों की आड़ में कोई भी अवैध गतिविधि न हो इसके लिए सभी संबंधित एजेंसियां अलर्ट पर हैं। हाल ही में खबरें आई थीं कि लश्कर-ए-तैयबा एक बार फिर पाकिस्तान में सिर उठा रहा है और इसके लिए वह बाढ़ के कहर का सहारा ले रहा है।
कई बार बदला अपना नाम
पाकिस्तानी सरकार ने लश्कर पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके बाद वो अपना नाम बदलकर जमात-उद-दावा के नाम से वापस आ गया। लश्कर मुंबई हमले का मास्टर माइंड था जिसके कारण प्रतिबंधित किया गया। इसके बाद यह फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन के नाम से आया लेकिन अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण इसे प्रतिबंधित भी कर दिया गया। साउथ एशिया प्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब यह संगठन अल्लाह ऊ अकबर तहरीक के नाम से सक्रिय है और बाढ़ राहत के नाम पर लोगों से पैसे ले रहा है। ताकि ये भारत में फिर से कोई नई आंतकी साजिश रच सकें।
अबतक 1,100 से अधिक लोगों की गई जान
पाकिस्तान ने भले ही भारत से कारोबारी रिश्ते तोड़ लिए हों। लेकिन बाढ़ से बर्बादी के बाद उसे भारत की याद आ रही है। वैसे पाकिस्तान आज भी कुछ जरूरी जीवनरक्षक दवाएं भारत से लेता है। अब फिर पाकिस्तानियों के जीवन बचाने की बात आई, तो पाकिस्तान भारत की ओर उम्मीद से टकटकी लगा रहा है। मॉनसूनी बारिश ने पूरे पाकिस्तान में भीषण तबाही मचाई है जिससे अब तक करीब 1,100 लोगों की मौत हुई और खड़ी फसलें बर्बाद हो गई हैं।