पाकिस्तान: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ को भारत ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन में आमंत्रित किया है। भारत की ओर से दिए गए इस न्योते को लेकर पाकिस्तान में चर्चाओं का बाजार गर्म है और लोग इसे पाकिस्तान के प्रति भारत की नरमी की शुरुआत के रूप में देख रहा हैं। हालांकि बतौर मेजबान भारत, पाकिस्तान के विदेश और रक्षा मंत्री को एससीओ सम्मेलन में निमंत्रित कर महज औपचारिकता और बहुपक्षीय प्रतिबद्धता प्रदर्शित कर रहा है। लेकिन पाकिस्तानी मीडिया ने शहबाज शरीफ सरकार को सलाह दी है कि अब वक्त आ गया है भारत से रिश्ते सुधार लें, इसी में भलाई है।
पाकिस्तानी मीडिया ने कहा-भारत से संबंध सुधार लें
पाकिस्तानी मीडिया में उठी ये मांग उस बयान के बाद ज्यादा तेज हो गई है जिसमें भारतीय उप उच्चायुक्त सुरेश कुमार ने सुझाव दिया था कि भारत और पाकिस्तान को दशकों पुराने विवाद को अब खत्म करना चाहिए और स्थायी आर्थिक संबंधों को फिर से बहाल करना चाहिए। पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक सुरेश कुमार ने कहा है कि भारत पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध चाहता है। हम ना अपना पड़ोसी बदल सकते हैं और ना ही देश का भूगोल बदल सकते हैं। इसीलिए बेहतर है कि दोनों देश आपसी संबंध को ठीक करें।
पाकिस्तान ने भारतीय उप उच्चायुक्त की बात को सराहा
अखबार डॉन ने अपने संपादकीय में लिखा है कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है कि पाकिस्तान ने अपने समारोह में भारतीय अधिकारी को आमंत्रित किया और उन्होंने दोनों देशों के संबंधों को सुधारने की बात कही। अब किसी भी तरह के तीखे और विवादास्पद बयानों के दौर को खत्म करने का वक्त आ गया है। खासकर भारत और पाकिस्तान के संबंध कश्मीर को लेकर खराब हुए, ्अब संबंधों को सुधारकर आर्थिक और व्यापारिक रिश्ते बेहतर करने का समय आ गया है।
बता दें कि इससे पहले संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक मे ंभी पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत को दोस्त कहा था, भले ही उनकी जुबान फिसली हो लेकिन अब पाकिस्तान और भारत के रिश्तों को बेहतर करने की कोशिशें होती दिख रही हैं।
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