Highlights
- तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
- 5 दिवसीय पोलियो रोधी टीकाकरण अभियान के दूसरे दिन टैंक जिले में हमला हुआ।
- पाकिस्तान सरकार और टीटीपी के बीच नवंबर में संघर्ष विराम की घोषणा हुई थी।
पेशावर: उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में पोलियो टीकाकरण कार्यकर्ताओं की सुरक्षा में तैनात 2 पुलिसकर्मियों पर बंदूकधारियों ने हमला किया, जिसमें एक की मौत हो गई और दूसरा घायल हो गया। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने हमले की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन को पाकिस्तानी तालिबान के नाम से भी जाना जाता है। TTP द्वारा शुक्रवार को सरकार के साथ एक महीने संघर्ष विराम की समाप्ति की घोषणा के बाद यह पहला हमला है। दोनों पक्षों के बीच शांति वार्ता के मद्देनजर नवंबर में संघर्ष विराम की घोषणा हुई थी।
2 बंदूकधारियों ने दिया हमले को अंजाम
घटना के बारे में शनिवार को जानकारी देते हुए टीकाकरण अभियान के प्रवक्ता ऐमल खान ने बताया कि 5 दिवसीय पोलियो रोधी टीकाकरण अभियान के दूसरे दिन टैंक जिले में हमला हुआ। 65 लाख बच्चों के टीकाकरण के लिए यह अभियान चलाया गया है। पुलिस अधिकारी सज्जाद अहमद ने कहा कि एक मोटरसाइकिल पर सवार 2 बंदूकधारियों ने चद्दारह इलाके में पोलियो टीकाकरण की टीम की सुरक्षा में शामिल पुलिस दल पर हमला किया जिसमें एक कॉन्स्टेबल की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और फ्रंटियर कान्स्टेबुलरी का एक अधिकारी गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
‘टीकाकरण टीम को कोई नुकसान नहीं पहुंचा’
सज्जाद अहमद ने बताया कि हमले में टीकाकरण टीम को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। बता दें कि पाकिस्तान में पोलियो टीम और उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षाबलों पर अक्सर हमले होते रहते हैं जिनमें कई लोगों की जान जा चुकी है। टीटीपी ने गुरुवार को ऐलान किया था कि वह पाकिस्तान सरकार के साथ हुए महीने भर के संघर्ष विराम समझौते का विस्तार नहीं करेगा। इसे प्रधानमंत्री इमरान खान के टीटीपी के साथ शांति समझौते के प्रयासों को एक बड़ा झटका माना जा रहा है। पिछले 14 वर्षों में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और नागरिकों पर हुए कई बड़े हमलों के पीछे पाकिस्तान तालिबान का हाथ रहा है।