Highlights
- नवंबर में ही नियुक्त होगा नया पाकिस्तानी सेना प्रमुख
- शहबाज भी इमरान की राह पर, रूस से नजदीकियां बढ़ाने पर कर रहे विचार
- पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख की दौड़ में कई अधिकारी शामिल
Pakistan News: पाकिस्तान के हालात बदहाल हैं। वहां बाढ़ और डेंगू की बीमारियों से पहले ही लोग परेशान हैं। वहीं राजनीतिक उथल पुथल भी देश को अस्थिर किए हुए है। पाकिस्ताना में कहने को तो सरकार है, लेकिन हमेशा से ही देश पर सेना का वर्चस्व रहा है। चाहे कोई भी आर्मी चीफ क्यों न हो। यह परंपरा काफी पुरानी है। जनरल बाजवा ने भी सरकार को अपने हिसाब से बनाया और उतारा। इसी बीच खबर है कि पाकिस्तान को नवंबर माह में नया आर्मी चीफ मिलने वाला है। इस बारे में रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ नवंबर में नए सेना प्रमुख की नियुक्ति करेंगे। इसके ठीक बाद शहबाज शरीफ के चीन दौरे का भी प्रोग्राम है। पाकिस्तान के वर्तमान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा इसी साल नवंबर में रिटायर हो जाएंगे। ऐसे में नए सेना प्रमुख की नियुक्ति को लेकर पाकिस्तान में राजनीति चरम पर है। इमरान खान ने दावा किया था कि शहबाज शरीफ और आसिफ अली जरदारी अपने किसी खास को सेना प्रमुख नियुक्त करना चाहते हैं। ऐसे में नए सेना प्रमुख की नियुक्ति को चुनाव के बाद आने वाली सरकार के लिए छोड़ देना चाहिए।
नवंबर में ही नियुक्त होगा नया पाकिस्तानी सेना प्रमुख
पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रक्षामंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि सेना प्रमुख की नियुक्ति में कोई देरी नहीं की जाएगी, यह तय समय सीमा में ही की जाएगी। रक्षामंत्री ने पूर्व पीएम इमरान खान पर निशाना साधा है। सेना प्रमुख की नियुक्ति को विवादास्पद बनाने और पाकिस्तान के हितों को नुकसान पहुंचाने के प्रयास के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को फटकार भी लगाई। ख्वाजा आसिफ ने यह भी कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिंनपिंग के निमंत्रण पर शहबाज शरीफ नवंबर के पहले सप्ताह में चीन का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि एससीओ की बैठक से इतर उज्बेकिस्तान के समरकंद में एक बैठक के दौरान शी जिनपिंग ने शहबाज शरीफ को आमंत्रित किया था।
शहबाज भी इमरान की राह पर, रूस से नजदीकियां बढ़ाने पर कर रहे विचार
ख्वाजा आसिफ ने यह भी कहा कि रूस ने पाकिस्तान को गेहूं और गैस निर्यात करने की इच्छा दिखाई है। ऐसे में माना जा रहा है कि शहबाज शरीफ सरकार भी इमरान खान की तरह रूस के साथ नजदीकियों को बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। दरअसल इसी साल इमरान खान ने आरोप लगाया था कि उनके रूस दौरे से नाराज होकर अमेरिका ने उन्हें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की कुर्सी से हटा दिया था, लेकिन अमेरिका ने इस दावों को सिरे से खारिज कर दिया था। ऐसे में अनुमान जताया गया था कि पाकिस्तान की नई सरकार अमेरिका समर्थक होगी और रूस के साथ दूरी बनाए रखेगी।
पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख की दौड़ में ये अधिकारी शामिल
पाकिस्तान का सेना प्रमुख होना अपने आप में एक बड़ी बात होती है। ऐसे में पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख की दौड़ में लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा, अजहर अब्बास, नौमान महमूद राजा और फैज हमीद सबसे आगे चल रहे हैं। वहीं, इमरान खान का दावा है कि शहबाज शरीफ सरकार अपने किसी करीबी लेफ्टिनेंट जनरल को नया सेना प्रमुख बनाना चाहती है। माना जा रहा है कि इमरान खान का निशाना लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर और जरदारी के मिलिट्री सेक्रेटरी लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद आमेर पर था। असीम मुनीर ने ही बताया था कि मलिक रियाज ने बुशरा बीबी को उपहार में दिए गए हीरे दिए थे। तभी से इमरान खान इन दोनों अधिकारियों को अपना दुश्मन और जरदारी का करीबी बताते हैं।