Pakistan News: 'सबसे पहले तो आपने घबराना नहीं है'। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का ये जुमला काफी वायरल हुआ था। दरअसल कोरोनाकाल में जब वे जनता की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पा रहे थे, तो नहीं घबराने का ये कोरा आश्वासन दिया था। कुछ इसी तरह का आश्वासन पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने उनके देश के धनकुबेरों को दिया है। दरअसल, पाकिस्तान की कंगाली हालत से घबराए व्यवसायियों ने इस बैठक के लिए सेना प्रमुख से अनुरोध किया था। इसके बाद यह बैठक सरकार से अरेंज कराई गई थी।
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने देश के शीर्ष 10 कारोबारियों के साथ एक बैठक में वित्त मंत्री इशाक डार की उपस्थिति में उन्हें आश्वासन दिया कि बुरा समय बीत चुका है। बैठक में बताया गया कि देश ने डिफॉल्ट की संभावना पर काबू पा लिया है और हम एक राष्ट्र के रूप में प्रबल होंगे। 'द न्यूज' की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाक सेना प्रमुख पूरी बैठक के दौरान आशान्वित दिखे और विश्वास जताया कि मौजूदा आर्थिक मुश्किलें दूर हो जाएंगी।
पाक कारोबारियों को मिला कोरा आश्वासन
उन्होंने कारोबारियों से द्दढ़ और आत्मविश्वास से भरे रहने को कहा। एक सूत्र के मुताबिक, सेना प्रमुख ने विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले शीर्ष व्यवसायियों से कहा कि दुनिया कठिन समय का सामना कर रही है और हम भी कठिन समय का सामना कर रहे हैं, लेकिन सबसे बुरा समय बीत चुका है और हम प्रबल होंगे। जनरल आसिम ने अपने श्रोताओं को आश्वस्त करने के लिए बार-बार इस्लामी शिक्षाओं का हवाला दिया कि पाकिस्तान वर्तमान परीक्षण समय से सफलतापूर्वक उबर जाएगा।
व्यवसायियों ने की थी बैठक की मांग
द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रतिभागियों में से एक, जिन्होंने बैठक में भाग लिया था उन्होंने कहा कि व्यवसायियों ने इस बैठक के लिए सेना प्रमुख से अनुरोध किया था। वित्त मंत्री इशाक डार को सेना प्रमुख ने सत्र में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था, जिसे व्यवसायियों ने बहुत सफल बताया। व्यवसायियों को सेना प्रमुख और वित्त मंत्री द्वारा बताया गया था कि आईएमएफ की सभी पूर्व शर्तें पूरी हो चुकी हैं और सौदा दिनों के भीतर होने की उम्मीद है। सूत्र ने कहा कि सेना प्रमुख ने कहा कि सेना अपनी भूमिका निभा रही है और एकमत बनाने की कोशिश कर रही है। द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, लाहौर और कराची के पांच-पांच कारोबारियों ने सेना प्रमुख से मुलाकात की।
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