Highlights
- भारत पर 'क्षेत्रीय असंतुलन' का आरोप लगाया
- सैन्य क्षमता का 70 फीसदी इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ करने का आरोप
- अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से ही कंगाल पाक ने तोड़ लिए कारोबारी संबंध
Pakistan News: भारतीय सेना के हथियारों से पाकिस्तान डर गया है। इस डर के आलम यह है कि वे बिना किसी वजह से भारत पर बेवजह यह आरोप लगा रहा है कि भारत का ‘निरंकुश तरीके से हथियार जुटाना’ क्षेत्र में असंतुलन पैदा कर रहा है, जिससे शांति और स्थिरता को खतरा है। पाकिस्तान भारत की ताकत से वैसे ही घबराता रहा है और क्षेत्रीय असंतुलन की बात करता है। भारत की ताकतवर मिसाइलों और जंगी जहाजों के दबाव में आकर वह चीन से चले हुए सैकंड हैंड हथियार मजबूरन आयात करता है। भारत की हथियारों की ताकत से पाकिस्तान के डर के बीच पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता असीम इफ्तिखार अहमद का बयान आया है। उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में 'डर' की बात कही, जिसमें भारतीय वायुसेना द्वारा पंजाब के आदमपुर और हलवारा वायुसेना स्टेशन पर एस-400 रूसी मिसाइल रक्षा प्रणाली की तैनाती के बारे में पूछा गया था, जो पाकिस्तान सीमा से करीब 90-100 किलोमीटर की दूरी पर है।
भारत पर 'क्षेत्रीय असंतुलन' का आरोप लगाया
प्रवक्ता ने आरोप लगाया, ‘हथियारों की होड़ पाकिस्तान के लिए लंबे समय से चिंता का विषय रहा है और पिछले कुछ वर्षों में भारत द्वारा निरंकुश तरीके से हथियार जुटाने से हमारे क्षेत्र में असंतुलन पैदा हुआ है जोकि अब और बढ़ गया है। यह क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा है।’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने उन चिंताओं को दोस्तों, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों के साथ साझा किया है और इन मुद्दों को संयुक्त राष्ट्र में संबंधित मंचों पर भी उठाया है।
सैन्य क्षमता का 70 फीसदी इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ करने का आरोप
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने जो भी सैनिक क्षमता हासिल की है उसका करीब 70 फीसदी हकीकत में पाकिस्तान के खिलाफ निर्देशित या तैनात किया गया है। इसलिए पाकिस्तान का इस पर चिंतित होना स्वाभाविक है।" गौरतलब है कि भारत ने अनुच्छेद 370 के प्रावधान निरस्त कर दिए, इसके बाद से ही पाकिस्तान और भारत के संबंधों में गिरावट आई है। पाकिस्तान ने खीझकर भारत के साथ कारोबारी संबंध खत्म कर लिए थे। इसका खामियाजा उसे ही भुगतना पड़ा। क्योंकि पाकिस्तान की हालत भी कंगाली की ओर जा रही है। ऐसे में भारत के साथ व्यापारिक रिश्त खत्म करना उसके लिए पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है।