भारत के बाद अब ईरान ने भी पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर बड़ी एयर स्ट्राइक की है। इससे पाकिस्तान बिलबिला उठा है। पाकिस्तान का कहना है कि ईरान ने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है, जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई। मंगलवार की रात हमले के कुछ घंटे बाद ईरानी राज्य मीडिया ने कहा कि सेना की मिसाइलों ने पाकिस्तान के आतंकवादी समूह जैश-अल-अदल के दो ठिकानों को निशाना बनाया। वहीं इस हमले पर पलटवार करते हुए पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि ईरान की यह कार्रवाई पूरी तरह से अस्वीकार्य" है और इस घटना के "गंभीर परिणाम" हो सकते हैं। इससे पहले भारत ने भी 26 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर बड़ी एयर स्ट्राइक की थी। इस हमले में भी कई दर्जन आतंकी मारे गए थे।
पाकिस्तान की इस चेतावनी पर फिलहाल ईरान के विदेश मंत्रालय ने तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की है। इससे पहले ईरान के विशिष्ट रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने सोमवार को इराक और सीरिया में भी कई ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया। बता दें कि जैश अल अदल ने पाकिस्तान से लगे सीमा क्षेत्र में ईरानी सुरक्षा बलों पर पहले कई हमले कर चुका है। ईरानी राज्य मीडिया ने पाकिस्तान को इससे अवगत भी कराया था। मगर पाकिस्तान की ओर से आतंकियों पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर ईरान ने "इन ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोनों से हमला करके उन्हें नष्ट कर दिया।
पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान में किए हमले
ईरान के के शीर्ष सुरक्षा निकाय से संबद्ध नूरन्यूज़ ने कहा कि जिन आतंकी अड्डों पर हमला किया गया वह पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में थे। पाकिस्तान ने इसे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करार देते हुए ईरान के समक्ष विरोध दर्ज कराया है। साथ ही इसके गंभीर परिणाम भुगतने की चेतवानी भी दी है। हमले के बाद ईरानी मिशन के प्रमुख को इस्लामाबाद ने अपने विदेश मंत्रालय में बुला कर कहा है कि ईरान के साथ संचार के कई माध्यमों के अस्तित्व के बावजूद यह घटना हुई है। ऐसे में इसके "परिणामों की जिम्मेदारी सीधे तौर पर ईरान की होगी। हालांकि पाकिस्तानी सेना की जनसंपर्क शाखा ने इस हमले पर तुरंत कोई जवाब नहीं दिया है।