Pakistan PTI Protest: पाकिस्तान में हजारों लोग सड़क पर उतर आए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थक उनकी रिहाई की मांग कर रहे हैं। राजधानी इस्लामाबाद को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कई स्थानों पर हिंसा भी हुई है। इस बीच प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अमेरिका ने पाकिस्तान के अधिकारियों को नसीहत दे डाली है। अमेरिका ने कहा कि अधिकारी मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता का आदर करें।
एक पुलिस कर्मी की मौत, कई घायल
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक इमरान खान की अपील पर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी इस्लामाबाद के पास जुटे हैं। कई प्रदर्शनकारी राजधानी के अंदर भी दाखिल हो गए हैं। इस दौरान हुई झड़पों में कम से कम एक पुलिस कर्मी की मौत हो गई है और कई लोग घायल हुए हैं।
इमरान ने किया था ऐलान
जेल में बंद 72 वर्षीय इमरान खान ने 24 नवंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए ‘‘करो या मरो’’ का ऐलान किया था। यह ऐलान उन्होंने 13 नवंबर को किया था। खान ने कथित तौर पर जनादेश की चोरी, लोगों की अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी और संविधान के 26वें संशोधन के पारित होने की निंदा की थी। संविधान के 26वें संशोधन पर उन्होंने कहा था कि इसने ‘‘तानाशाही शासन’’ को मजबूत करने का काम किया है। खान पिछले साल से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं और उनकी पार्टी के अनुसार, उन पर 200 से अधिक मामले दर्ज हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने क्या कहा?
विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘पाकिस्तान समेत दुनिया भर में हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, शांतिपूर्ण सभा और संगठन का समर्थन करते हैं। हम प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने और हिंसा से दूर रहने का आह्वान करते हैं।’’ उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘‘हम पाकिस्तानी अधिकारियों से मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता का सम्मान करने तथा कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए पाकिस्तान के कानूनों व संविधान के प्रति सम्मान सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं।’’ मिलर ने कहा कि अमेरिका, पाकिस्तान में लोगों के शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने के अधिकार का समर्थन करता है।
PTI का दावा
बता दें कि, खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर और खान की पत्नी बुशरा बीबी के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने राजधानी इस्लामाबाद में कई महत्वपूर्ण सरकारी भवनों के पास स्थित डी चौक पर धरना देने के मकसद से अपनी यात्रा शुरू की थी। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने दावा किया है कि पंजाब और इस्लामाबाद में पुलिस ने 3500 से अधिक पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। (भाषा)
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