भारत में होने वाले शंघाई शिखर सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी शामिल होंगे। उन्होंने् भारत के बुलावे को स्वीकार कर लिया है.। शंघाई सहयोग संगठन के काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ स्टेट्स की बैठक में शहबाज शरीफ ने शामिल होने की पुष्टि कर दी है। भारत इस वर्ष एससीओ शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता और मेजबानी कर रहा है। इसके लिए एससीओ के मुख्यालय बीजिंग में भारत ने नई दिल्ली भवन का भी हाल ही में उद्घाटन किया है। पाकिस्तान के साथ ही साथ भारत ने चीन को भी शिखर सम्मेलन में आने का निमंत्रण दिया है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी इस सम्मेलन में शामिल होने की हामी भर दी है। हालांकि ये दोनों ही नेता वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। उल्लेखनीय है कि भारत में चार जुलाई को SCO की ये बैठक होने वाली है। इसमें सभी सदस्य देशों के प्रमुखों को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। हालांकि सभी राष्ट्राध्यक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जुड़ेंगे। भारत SCO-CHS की बैठक की अध्यक्षता कर रहा है। ऐसे में भारत ने पाकिस्तान को इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए निमंत्रित किया था। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये शामिल होंगे। इस तरह से भारत, पाकिस्तान और चीन के राष्ट्र प्रमुख लंबे समय बाद वीडियो क्रांफ्रेंसिंग के जरिये ही सही, लेकिन एक मंच पर होंगे।
क्या है एससीओ
एससीओ एक प्रभावशाली आर्थिक व सुरक्षा संगठन है, जो सबसे बड़े अंतरक्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में उभरा है। एससीओ की स्थापना 2001 में शंघाई में एक शिखर सम्मेलन में रूस, चीन, किर्गिजिस्तान गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने की थी। भारत और पाकिस्तान 2017 में इसके स्थायी सदस्य बने। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गत मंगलवार को बीजिंग स्थित एससीओ सचिवालय में ‘नयी दिल्ली भवन‘ का उद्घाटन किया था और इसे ‘मिनी इंडिया‘ करार देते हुए कहा था कि इससे देश की संस्कृति की बेहतर समझ विकसित होगी। उन्होंने कहा था, ‘आपको भारत की कलात्मक परंपरा और सांस्कृतिक पहचान से रूबरू कराने के लिए भवन को पूरे भारत के समृद्ध वास्तुशिल्प कौशल का प्रतिनिधित्व करने वाले उत्कृष्ट पैटर्न और रूपांकनों के साथ तैयार किया गया है।‘
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