इस्लामाबाद: पाकिस्तान इस समय गंभीर आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। रमजान के महीने में भी पाकिस्तानी आवाम को इस महंगाई से राहत मिलती हुई नजर नहीं आ रही है और इसके पीछे की वजह हैं सरकार की नीतियां। लेकिन अब सरकार नींद से जागी है और नेता मुश्किलों से निजात पाने के लिए मतभेद भुलाकर साथ काम करने की बात कहते हुए नजर आ रहे हैं।
'मतभेदों को करें दरकिनार'
इसी क्रम में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शनिवार को सभी राजनीतिक दलों से आर्थिक संकट से जूझ रहे देश के समक्ष मौजूद समस्याओं से निपटने के लिए मतभेदों को दरकिनार करने का आग्रह किया। जरदारी यहां परेड ग्राउंड क्षेत्र में आयोजित 84वें पाकिस्तान दिवस समारोह और सेना परेड को संबोधित कर रहे थे।
परेड का किया निरीक्षण
जरदारी ने सेना के तीनों अंगों की परेड का निरीक्षण किया और उनकी तैयारियों को सराहा। उन्होंने इस अवसर पर, राजनीतिक मतभेदों को दूर करते हुए आंतरिक सहमति बनाने का आग्रह किया। इस महीने की शुरुआत में राष्ट्रपति निर्वाचित हुए जरदारी ने कहा, "मैं सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध करता हूं कि उन्हें अपने सभी राजनीतिक मतभेदों को दरकिनार करके देश के विकास व समृद्धि के लिए काम करना चाहिए।"
सऊदी अरब के रक्षा मंत्री रहे मौजूद
गौरतलब है कि, 23 मार्च का दिन 1940 में ऐतिहासिक लाहौर संकल्प को अपनाने का प्रतीक है, जिसने दक्षिण एशिया के मुसलमानों के लिए एक अलग देश के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एक रूपरेखा प्रदान की थी। इस अवसर पर सऊदी अरब के रक्षा मंत्री खालिद बिन सलमान विशिष्ट अतिथि थे। भाषा
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