पाकिस्तान की राजनीति नए सिरे से करवट ले रही है। इस वक्त पाकिस्तान से सबसे बड़ी खबर आ रही है कि देश से निर्वासित पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पाकिस्तान लौट रहे हैं। कहा जा रहा है कि वह अब देश में एंट्री करने से महज ढाई घंटे की दूरी पर हैं और कभी भी पाकिस्तान में दाखिल हो सकते हैं। पाकिस्तान में तमाम राजनीतिक घटनाक्रमों के बाद नवाज शरीफ की वापसी नए संकेत दे रही है। अभी कुछ दिनों पहले ही दुबई में नवाज शरीफ की मुलाकात पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के साथ भी हुई थी। तभी से यह कयास लगाए जाने लगे थे कि इस बार नवाज शरीफ भी पाकिस्तान चुनावों का हिस्सा हो सकते हैं।
आपको बता दें कि पाकिस्तान की मौजूदा शहबाज शरीफ सरकार का कार्यकाल अगस्त में पूरा हो रहा है। ऐसे में जुलाई में चुनाव की तारीखों का एलान होने की पूरी संभावना जताई जा रही है। इधर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के मुख्य प्रतिद्वंदी और पूर्व पीएम इमरान खान कानूनी दांवपेंज में उलझ कर रह गए हैं। ऐसे में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के एक वरिष्ठ नेता ने आम चुनाव से पहले पूर्व प्रधानमंत्री और पार्टी सुप्रीमो नवाज शरीफ की वापसी का संकेत काफी मायने रखता है। पीएमएल-एन के नेता ने कहा कि नवाज शरीफ पहले लंदन में पाकिस्तान से आठ घंटे दूर थे और अब दुबई में बस ढाई घंटे ही दूर हैं।
आसिफ अली जरदारी से गठजोड़ संभव
पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सह अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी के बीच आगामी चुनावी गठजोड़ पर सहमति के लिए दुबई में हाल में हुई बैठक का जिक्र करते हुए वरिष्ठ पीएमएल-नेता और संघीय मंत्री मिया जावेद लतीफ ने कहा,‘‘जब नवाज शरीफ लौटेंगे तब समृद्धि लौटेगी।’’ लतीफ ने शरीफ और जरदारी के बीच मुलाकात के बारे में कहा, ‘‘नवाज पहले पाकिस्तान से आठ घंटे दूर थे और अब वह बस ढाई घंटे दूर हैं। वह आगामी चुनाव के लिए पीएमएल-एन के गठबंधन के बारे में फैसला करेंगे।’’ शरीफ (73) पिछले सप्ताह लंदन से संयुक्त अरब अमीरात गये थे। वह लंदन में नवंबर, 2019 से स्वनिर्वासन में रह रहे थे।
भ्रष्टाचार के मामलों में जमानत मिलने पर चिकित्सीय उपचार के लिए गए थे लंदन
भ्रष्टाचार के कई मामलों में दोषसिद्धि के बाद जेल से चिकित्सा जमानत मिलने के उपरांत वह लंदन चले गये थे। नवाज शरीफ को पिछले साल नवंबर में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने पांच साल के लिए राजनयिक पासपोर्ट जारी किया था। शहबाज शरीफ (71) नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं। बृहस्पतिवार को लतीफ ने कहा कि मैत्रीपूर्ण वाले देश नवाज शरीफ के अनुरोध पर पाकिस्तान में निवेश कर रहे हैं, क्योंकि वह ‘चौथी बार’ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनेंगे। पिछले सप्ताह पार्टी की बैठक में शहबाज शरीफ ने आम चुनाव में पार्टी के चुनाव अभियान की अगुवाई करने तथा चौथी बार देश का प्रधानमंत्री बनने के लिए अपने बड़े भाई के लौटने की संभावना का संकेत दिया था। (भाषा)
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