लाहौर: एक तरफ जहां पाकिस्तान की आर्थिक हालत खराब है तो वहीं दूसरी तरफ सरकार को भी आम नागरिकों की कोई परवाह नहीं है। आम नागरिकों की क्या बात की जाए पाकिस्तान में तो किसानों पर अत्याचार शुरू हो गया है। अब पाकिस्तान के पंजाब की पुलिस ने गेहूं खरीद संकट के बीच प्रदर्शनकारी किसानों पर लाठीचार्ज किया और लाहौर में 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
किसान कर रहे हैं शिकायत
पंजाब प्रांत में गेहूं की बंपर पैदावार के बाद, किसान शिकायत कर रहे हैं कि सूबे की मरयम नवाज सरकार गेहूं नहीं खरीद रही है और आटा मिलें उनकी फसलों के लिए सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य से कम दरों की पेशकश कर रही हैं। किसान परेशान हैं और उनके पास फसलों के भंडारण की कोई व्यवस्था भी नहीं है। इसी वजह से किसान मजबूरी में सड़क पर उतरे हैं।
पुलिस ने किसानों पर किया हमला
‘किसान इतेहाद’ के प्रवक्ता मियां उमेर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “ सोमवार को जब बड़ी संख्या में किसान धरना देने के लिए लाहौर में पंजाब विधानसभा की ओर जा रहे थे, तो पुलिस कर्मियों ने जीपीओ चौक, माल रोड पर उन पर हमला कर दिया और 200 से अधिक किसानों को गिरफ्तार कर लिया।” उन्होंने कहा कि पुलिस ने लाहौर में उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया।
किसानों के मुद्दे पर हो रही सियासत
मियां उमेर ने बताया कि गिरफ्तार किसानों में किसान बोर्ड पंजाब (केबीपी) के अध्यक्ष मियां अब्द-उर-रशीद भी शामिल हैं। वहीं, पंजाब की सूचना मंत्री आजमा बुखारी ने कहा कि एक राजनीतिक दल (इमरान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) किसानों के मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा, ''हम इस मुद्दे पर किसी को राजनीति नहीं करने देंगे और किसानों के हितों की रक्षा नहीं करेंगे।'' (भाषा)
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