Highlights
- अब बाढ़ के नाम पर दुनिया के सामने हाथ फैला रहा पाकिस्तान
- न्यूयॉर्क में हैं शहबाज शरीफ
- कई देशों के नेताओं से करेंगे मुलाकात
Pakistan News: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के उच्च स्तरीय सत्र के लिए मंगलवार को न्यूयॉर्क पहुंचे और कहा कि वह विनाशकारी बाढ़ के मद्देनजर अपने देश की ‘‘भारी मानव त्रासदी’’ के बारे में दुनिया को अवगत कराएंगे। पाकिस्तान में भारी मानसूनी बारिश और बाढ़ की शुरुआत के बाद से अब तक 1,545 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हुए हैं। बाढ़ ने 3.3 करोड़ लोगों को प्रभावित किया है और इससे हजारों लोग बेघर हो गए हैं। बाढ़ के पानी में गांव, सड़कें और पुल बह गए हैं। पाकिस्तान में एक समय बाढ़ से देश का एक तिहाई क्षेत्र जलमग्न हो गया था।
पाकिस्तान की दुख भरी दास्तां सुनाएंगे
संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय 77वें सत्र में भाग लेने और 23 सितंबर को पाकिस्तान के नेता के रूप में इसे संबोधित करने के लिए न्यूयॉर्क पहुंचने के बाद शरीफ ने सोशल मीडिया का सहारा लिया और कहा कि वह यूएनजीए सत्र के इतर वह विश्व के कई नेताओं से मिलने के लिए तैयार हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘दुनिया को पाकिस्तान की कहानी बताने के लिए कुछ घंटे पहले न्यूयॉर्क पहुंचा। ये कहानी है बाढ़ के कारण हुई एक बड़ी मानवीय त्रासदी से उत्पन्न गहरी पीड़ा और दर्द की।
कई देशों के नेताओं से करेंगे मुलाकात
यूएनजीए और द्विपक्षीय बैठकों में अपने संबोधन में उन्होंने कहा, ''मैं उन मुद्दों पर पाकिस्तान का मामला पेश करूंगा जिस पर दुनिया की ओर से तत्काल ध्यान दिये जाने की जरूरत है।’’ शिखर सम्मेलन से इतर शरीफ फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन, ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहिम रायसी सहित विश्व के कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। शरीफ साथ ही संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के ‘रिसेप्शन’ में शामिल होंगे। हालांकि शरीफ की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी, लेकिन वह ‘रिसेप्शन’ के दौरान उनसे अनौपचारिक बातचीत करेंगे। दरअसल, इन नेताओं से मुलाकात करने के पीछे की मेन वजह है इन देशों से आर्थिक मदद लेना। पाकिस्तान फिलहाल गंभीर आर्थिक परेशानी से जूझ रहा है, ऐसे में बाढ़ ने उसकी कमर तोड़ दी है। आने वाले समय में अगर उसे विदेशी मदद नहीं मिली तो पूरा देश अकाल की गिरफ्त में आ जाएगा।