Highlights
- ‘नो फ्लाई लिस्ट’ से बाहर हुआ मरियम नवाज का नाम
- मरियम नवाज पिता से मिलने के लिए लंदन रवाना हुईं
- एवेनफील्ड मामले में बरी होने के बाद अब चुनाव लड़ सकेंगी मरियम
Pakistan News: पाकिस्तान में PML-N की नेता और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज का नाम ‘नो फ्लाई लिस्ट’ से हटा दिया गया है। नाम हटने के बाद सबसे पहले मरियम अपने पिता नवाज शरीफ से मिलने के लिए पाकिस्तान से लंदन के लिए रवाना हुईं। साल 2019 में एक मनी लॉन्ड्रिंग के केस में लाहौर हाईकोर्ट ने मरियम का पासपोर्ट जमा करा लिया था। 1 दिन पहले कोर्ट ने मरियम का पासपोर्ट वापस लौटाने का निर्देश दे दिया। जिसके बाद वह सीधे अपने पिता से मिलने के लिए लंदन रवाना हो गईं। पिछले हफ्ते इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने मरियम को एवेनफील्ड अपार्टमेंट (लंदन में) भ्रष्टाचार मामले में बरी किया था, जिसमें उन्हें ‘‘अपने पिता की संपत्ति छिपाने’’ के मामले में सह-आरोपी के तौर पर सात साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। मरियम (48) एवेनफील्ड मामले में बरी होने के बाद अब चुनाव लड़ सकेंगी।
अल-अजीजिया मामले में राहत मिलने के बाद नवाज शरीफ की हो सकती है पाकिस्तान वापसी
लाहौर एयरपोर्ट पर मरियम नवाज ने पत्रकारों से कहा कि वह लंदन में अपने पिता से मिलने के लिए उत्सुक हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या उनके पिता नवंबर या दिसंबर में उनके साथ वापस आएंगे, इस पर मरियम ने कहा, ‘‘काश, वह मेरे साथ लौटते।’’ नवाज शरीफ ‘‘चिकित्सा आधार’’ पर जमानत मिलने के बाद नवंबर 2019 से ब्रिटेन में ही रह रहे हैं। अल-अजीजिया मामले में राहत मिलने के बाद नवाज शरीफ अपनी वापसी की योजना को अंतिम रूप दे सकते हैं, जिसमें वह सात साल की कैद का सामना कर रहे हैं। मरियम का मानना है कि एवेनफील्ड मामले में उनके बरी होने के बाद, PML-N संस्थापक को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने जिस मामले में 10 साल की सजा सुनाई थी, उस संदर्भ में एक अर्जी दाखिल करने के बाद उन्हें राहत मिल जाएगी।
इमरान खान के मामले पर मरियम ने कहा- मैं इस्लामाबाद हाईकोर्ट के फैसले का सम्मान करती हूं
मरियम ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अदालत की अवमानना मामले में ‘‘क्षमा’’ करने के लिए परोक्ष रूप से इस्लामाबाद हाईकोर्ट को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इमरान खान को क्षमा करने के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट (IHC) के न्यायमूर्ति अतहर मिनाल्लाह के फैसले का सम्मान करती हूं, लेकिन मैं न्यायपालिका से सम्मानपूर्वक कहना चाहती हूं कि इमरान जैसे लोगों के प्रति उदारता नहीं दिखाई जा सकती, क्योंकि वे अधिक प्रोत्साहित महसूस करते हैं।’’ उन्होंने यह भी दावा किया कि क्रिकेटर से नेता बने इमरान ने पिछले महीने प्रेसीडेंसी में सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से मुलाकात की थी और मामले में राहत मांगने की कोशिश की थी। खान ने हाल में एक टीवी साक्षात्कार में न तो इस इस बैठक से इनकार किया और न ही इसकी पुष्टि की थी।