Highlights
- इमरान खान ने कहा कि नेताओं की खरीद फरोख्त कहीं से भी जम्हूरियत नहीं है।
- PTI चीफ ने कहा कि अगर चुनावों में धांधली होती है तो लोग बेकाबू हो सकते हैं।
- शहबाज सरकार झुकने के मूड में नहीं है और सख्त फैसले की बात कह रही है।
Pakistan News: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सियासी खरीद-फरोख्त पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए पंजाब चुनाव में अपनी पार्टी के उम्मीदवार के जनादेश को प्रभावित करने की नीयत से वोटों की 'चोरी' जारी रहने पर गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि बाकी की पार्टियां जो नेताओं की खरीद-फरोख्त कर रही हैं वह कहीं से भी जम्हूरियत नहीं है। इमरान ने कहा कि अगर यह सब नहीं रुका तो पाकिस्तान अगला श्रीलंका बन जाएगा।
‘...तो पाकिस्तान अगला श्रीलंका बन जाएगा’
लाहौर में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘अगर यह खरीद-फरोख्त और हमारे लोगों को खरीदने के लिए पैसे का इस्तेमाल बंद नहीं होता है तो मैं चेतावनी दे रहा हूं कि पाकिस्तान अगला श्रीलंका बन जाएगा। आगे क्या होता है, इसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं रहूंगा।’ इमरान ने साथ ही कहा कि सरकार को बेदखल करने की विदेशी साजिश अब इतनी आगे बढ़ चुकी है कि देश में गृहयुद्ध तक करवा सकती है। बता दें कि पंजाब में 20 सीटों पर हुए उपचुनाव में इमरान की पार्टी को बड़ी जीत मिली है और इसीलिए उन्हें धांधली का डर सता रहा है।
‘जो होगा उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं रहूंगा’
इमरान खान की यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब पंजाब के मुख्यमंत्री के लिए अहम चुनाव हो रहे हैं। इन चुनावों में PTI के उम्मीदवार के पास स्पष्ट बहुमत है लेकिन ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि बाकी की पार्टियों के सदस्य लापता हो गए हैं और बड़े पैमाने पर उनकी खरीद-फरोख्त हो रही है। इमरान खान ने इसे पंजाब में 'जनादेश की चोरी' करार दिया है। उन्होंने कहा, ‘सभी जानते हैं कि हमारी पार्टी के उम्मीदवार चौधरी परवेज इलाही के पास पूर्ण बहुमत है। अगर जनादेश को चोरी के पैसे से खरीदा जाता है, तो इसके बाद जो होगा उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं रहूंगा।’
‘लोग जनादेश की चोरी पर चुप नहीं बैठेंगे’
इमरान ने आगे कहा, ‘लोग अब मेरे बस में नहीं रहेंगे क्योंकि मुल्क जाग गया है। वे अपने जनादेश की चोरी पर चुप नहीं बैठेंगे। धांधली हुई तो मैं रात में राष्ट्र को संबोधित करूंगा और फिर करारा जवाब दूंगा।’ इमरान की पूरी सियासत अब पंजाब में चुनाव पर टिकी है और यहां उनके पास स्पष्ट बहुमत है। हालांकि दोनों ही तरफ से सियासी खेल जोरों पर है और दोनों ही पक्ष एक दूसरे के लोगों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इमारन की पार्टी के सदस्यों ने विपक्षी दल के सदस्यों पर मतदान में भाग लेने से बचने के लिए अरबों रुपये की पेशकश करने का आरोप लगाया है।
शहबाज सरकार ने कहा- हम नहीं झुकेंगे
सियासी जानकारों का कहना है कि इमरान की राजनीतिक ताकत और देश में जल्द आम चुनाव की मांग पंजाब चुनाव के नतीजे पर निर्भर करेगी। यदि उनका उम्मीदवार जीत जाता है तो शहबाज शरीफ की सरकार को जल्दी चुनावों की घोषणा करने के लिए मजबूर करना बहुत आसान काम हो जाएगा। दूसरी ओर सरकार ने कहा है कि वह इमरान खान की मांगों के आगे नहीं झुकेगी। शहबाज सरकार का कहना है कि अगर जरूरी हुआ तो वह सख्त फैसले लेगी लेकिन अपना कार्यकाल पूरा करके रहेगी।