Pakistan News: पाकिस्तान में भले ही शहबाज शरीफ को देश की तंग हालत के कारण अपने ही देश में आलोचना का सामना करना पड़ रहा हो, लेकिन शहबाज के बेटे हमजा शरीफ पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने शनिवार को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सीएम पद की शपथ ली। इससे एक दिन पहले नाटकीय घटनाक्रम के बीच वह महज तीन मतों के अंतर से इस पद पर फिर निर्वाचित हुए। उपाध्यक्ष ने उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के 10 अहम मतों को खारिज कर दिया था। पंजाब के गवर्नर बलीगुर रहमान ने हमजा ;47द्ध को शपथ दिलायी। शपथ ग्रहण समारोह पंजाब में ष्गवर्नर हाउसष् में हुआ।
शुक्रवार को हुआ था सीएम पद के लिए मतदान
इससे पहले पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय के निर्देशों पर पंजाब विधानसभा में शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री पद के लिए मतदान हुआ। हमजा को चुनाव में विजेता घोषित किया गया। हालांकिए उनकी पाकिस्तान मुस्लिम लीग.नवाज ;पीएमएल.एनद्ध पार्टी के पास 17 जुलाई को हुए अहम उपचुनावों के बाद विधानसभा में बहुमत नहीं है। विधानसभा उपाध्यक्ष दोस्त मोहम्मद माजरी ने संविधान के अनुच्छेद 63.ए का हवाला देते हुए पाकिस्तान मुस्लिम लीग.क्यू ;पीएमएल.क्यूद्ध पार्टी के उम्मीदवार चौधरी परवेज इलाही के 10 मतों को खारिज कर दियाए जिसके बाद हमजा महज तीन मतों के अंतर से पंजाब के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर फिर से आसीन हो सके।
इसलिए पीएमएलक्यू के 10 मतों को नहीं गिना गया
पीएमएल.क्यू पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक.ए.इंसाफ ;पीटीआईद्ध का सहयोगी दल है। पंजाब की 368 सदस्यीय विधानसभा में हमजा की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग.नवाज ;पीएमएल.एनद्ध को 179 वोट मिले जबकि इलाही की पार्टी को 176 वोट मिले। इलाही की पीएमएल.क्यू के 10 मतों को इस आधार पर नहीं गिना गया कि उन्होंने अपने पार्टी के प्रमुख चौधरी शुजात हुसैन के आदेशों का उल्लंघन किया था। मजारी ने कहा कि पार्टी प्रमुख हुसैन ने पीएमएल.क्यू के सदस्यों को इलाही के बजाय हमजा को वोट देने का निर्देश दिया था।
मजारी ने कहाए ष्ष्मैंने पीएमएल.क्यू के 10 मतों को खारिज करने का फैसला दिया क्योंकि उसके प्रमुख चौधरी शुजात हुसैन ने मुझे एक पत्र लिखकर कहा था कि उनकी पार्टी के विधायकों को पीटीआई.पीएमएलक्यू उम्मीदवार के लिए वोट नहीं करना चाहिए था। मैंने फोन पर शुजात से बात की और उन्होंने अपने पत्र में इसका जिक्र होने की पुष्टि की।ष्ष् उन्होंने बताया कि हमजा ने तीन मतों से पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री पद की कुर्सी फिर से हासिल कर ली। बहरहालए पीटीआई.पीएमएलक्यू के विधायकों ने उपाध्यक्ष के फैसले का विरोध किया।
हमजा ने दूसरी बार इलाही को हराया
यह दूसरी बार है जब हमजा ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद पर इलाही को हराया है। पिछली बार उन्हें 16 अप्रैल को जीत मिली थी लेकिन उन्हें शपथ दिलाने में कई दिनों की देरी हुई थी क्योंकि तत्कालीन गवर्नर उमर सरफराज चीमा ने उन्हें शपथ दिलाने से इनकार कर दिया था। बाद में नेशनल असेंबली के अध्यक्ष राजा परवेज अशरफ ने लाहौर उच्च न्यायालय के निर्देशों पर 30 अप्रैल को उन्हें शपथ दिलायी थी। पीएमएल.क्यू के 10 सदस्यों के मतों को खारिज करने के मजारी के फैसले के बाद पीटीआई ने कहा कि वह इस निर्णय को चुनौती देने के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख करेगी।