Highlights
- 'पाकिस्तान आर्थिक संकट से घिर गया है', बोले शेख रशीद
- इमरान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का निर्णय लंदन में लिया था: रशीद
- पाव-पाव भर के परमाणु बम से हमले की दे चुके हैं पहले धमकी
Pakistan News: कंगाली की हालत से गुजर रहे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था गड्ढे में गिर रही है। हालत यह है कि पाकिस्तान के पास विदेशी कर्ज चुकाने तक के लिए पैसे नहीं हैं। भारत के इस पड़ोसी देश पर भी दिवालिया होने का खतरा मंडराने लगा है। पाकिस्तान की ऐसी हालत पर बड़बोले शेख रशीद ने अपना दर्द बयां किया है। पाकिस्तान के पूर्व मंत्री शेख रशीद भारत के खिलाफ काफी जहर उगलते रहे हैं। लेकिन अपने देश की खस्ता माली हालत पर उन्होंने यह कबूल किया है कि उनका देश आर्थिक संकट में फंस चुका है।
'पाकिस्तान आर्थिक संकट से घिर गया है', बोले शेख रशीद
शेख रशीद ने पाकिस्तान की खस्ता आर्थिक हालत पर ट्वीट करके अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में यह माना कि' आर्थिक रूप से, देश फंस गया है। यहां तक कि चीन, दुबई, कतर और सऊदी अरब भी पाकिस्तान की सहायता के लिए नहीं आए और न ही आईएमएफ का बेलआउट पैकेज आया।' शेख रशीद ने यह इल्जाम भी लगाया कि पूर्व पाकिस्तान पीएम इमरान खान को सत्ता से उतारने के लिए जो अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया, उसका डिसिजन लंदन में लिया गया था। बड़बोले शेख रशीद ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि चीन, दुबई, कतर और सऊदी अरब भी पाकिस्तान की सहायता के लिए नहीं आए। दरअसल, पाकिस्तान ने वैश्विक बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाओं के आगे भी झोली फैलाई, लेकिन उसे निराशा ही हाथ लगी है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से भी पाकिस्तान को तत्काल आर्थिक सहायता नहीं मिलने पर शहबाज शरीफ सरकार की शेख ने आलोचना भी की।
पाव-पाव भर के परमाणु बम से हमले की दे चुके हैं धमकी
ये वही शेख रशीद अहमद हैं जिन्होंने शेख रशीद अहमद ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के भारत के फैसले के विरोध में परमाणु हमले की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के पास पाव-पाव भर के परमाणु बम हैं। इमरान सरकार में मंत्री रहे शेख लगभग हर सरकार में मंत्री पद का सुख लेते रहे हैं। इस समय वे इमरान की पार्टी पीटीआई के वरिष्ठ नेता हैं। इमरान सरकार में होम मिनिस्टर बनने से पहले वे रेल मंत्री थे। उनकी पार्टी मुस्लिम लीग का विलय पीटीआई में हो गया है।
कंगाल पाकिस्तान पर दिवालिया होने का खतरा, सरकार बेच रही सरकारी संपत्तियां
गौरतलब है कि कंगाल पाकिस्तान पर को दिवालिया होने का खतरा मंडराने लगा है। इस खतरे को भांपते हुए पाकिस्तान के संघीय मंत्रिमंडल ने उस बिल को मंजूरी दे दी है, जिसमें सरकारी संपत्तियों अब दूसरे देशों को बेची जा सकेंगी। इस बिल में सभी निर्धारित प्रक्रिया और अन्य आवश्यक नियमों से अलग हटकर सरकारी संपत्तियां दूसरे देशों में बेचने का प्रावधान किया गया है।
पाकिस्तान के पास कर्ज चुकाने को भी पैसे नहीं
पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। उसके पास विदेशी कर्ज चुकाने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं। यही कारण है कि पाकिस्तान पर दिवालिया होने का खतरा मंडराने लगा है। सेंट्रल बैंक ऑफ पाकिस्तान के अनुसार, देश का आधिकारिक विदेशी मुद्रा भंडार 8.57 बिलियन डॉलर से घटकर 754 मिलियन डॉलर हो गया है। यह पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में सबसे बड़ी गिरावट है।