Highlights
- जज और दो पुलिस अधिकारियों को धमकी देने का मामला दर्ज हुआ
- मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने रोका भाषण का प्रसारण
- एक अन्य मामले में गिरफ्तार हो सकते हैं इमरान खान
Pakistan News: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पूर्व पीएम के खिलाफ जज और दो पुलिस अधिकारियों को धमकी देने का मामला दर्ज हुआ है। शिकायत में कहा गया है कि शनिवार शाम को F-9 पार्क में हुई पब्लिक मीटिंग के दौरान इमरान ने यह धमकी दी। जिसके बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान पर आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने रोका भाषण का प्रसारण
वहीं, मामला चर्चा में आने के बाद पाकिस्तान के मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने भी खान पर एक्शन लिया है। मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी ने उनके भाषणों के लाइव प्रसारण पर रोक लगा दी है। पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पीईएमआरए) ने कहा कि इमरान के रिकॉर्ड किए गए भाषण की प्रभावी निगरानी होगी। इसके बाद ही उन्हें प्रसारित करने की इजाजत दी जाएगी।
गिरफ्तार हो सकते हैं इमरान खान
गौरतलब है कि पूर्व पीएम इमरान खान पर गिरफ्तारी की तलवार पहले से ही लटक रही है। देश की शीर्ष जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं होने और अवैध फंडिंग के मामले में उसके नोटिस का जवाब नहीं देने के सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने इस संबंध में शुक्रवार को इमरान खान को दूसरा नोटिस जारी किया है।
सलमान रुश्दी पर हमले की इमरान खान ने की निंदा
ब्रिटेन के एक प्रमुख अखबार को दिए गए साक्षात्कार में इमरान ने सलमान रुश्दी पर हाल ही में हुए प्राणघातक हमले को लेकर बात की है। पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा कि सलमान रुश्दी पर हुआ खौफनाक हमला दुखदायी है। भले ही सलमान की पुस्तक The Satanic Verses को लेकर विश्वभर के मुस्लिमों में आक्रोश रहा है। लेकिन किसी पर भी इस तरह का हमला नहीं किया जा सकता इस तरह का हमला सही नहीं है।
सलमान रुश्दी पर इमरान खान ने अपना विचार रखते हुए कहा कि सलमान खुद मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखते हैं इसलिए वे चीजों को समझते हैं। सलमान रुश्दी को पता है कि मुस्लिमों के दिल में पैगंबर मोहम्मद के लिए कितनी इज्जत है। इमरान खान ने कहा कि वे समझ सकते हैं कि सलमान रुश्दी को लेकर मुस्लिमों के मन में गुस्सा है, लेकिन इस तरह के हमले को सही नहीं ठहराया जा सकता है।