Highlights
- देश का एक तिहाई हिस्सा बाढ़ में डूबा
- 10 लाख एकड़ की फसल बाढ़ से तबाह
- 2.2 लाख करोड़ की फसल बर्बाद
Pakistan News: हिंदी में एक प्रसिद्ध कहावत है कि 'कंगाली में आंटा गीला' अर्थात पहले ही मुसीबत में और भी दिक्कतें आना। आजकल पाकिस्तान के साथ यही हो रखा है। जहां पाकिस्तान आर्थिक संकट से जूझ रहा था वहीं बाढ़ ने और भी हालात बिगाड़ दिए। बाढ़ की वजह से हजारों घर उजड़ गए। खेत तबाह हो गए हैं, पेट्रोल पंप डूब गए हैं।
पाकिस्तान के इतिहास में इस तरह की भयानक बाढ़ पहले कभी नहीं आई थी। बाढ़ के पानी में देश का एक तिहाई हिस्सा बाढ़ में डूबा हुआ है। पानी की निकासी के लिए पाकिस्तानी इंजीनियरों ने देश की सबसे बड़ी ताजे पानी की मंचर झील की दीवार को तोड़ा और पानी को डायवर्ट किया हालांकि इससे गांव और शहरों पर खतरा और बढ़ गया है।
10 लाख एकड़ की फसल बाढ़ से तबाह
मंचर झील के आसपास खेती की जितनी जमीन है वो बेहद उपजाऊ है लेकिन अब वो जमीन भी बाढ़ के पानी में समा चुकी है। बाढ़ ने पाकिस्तान में अनाज से लेकर पीने का पानी तक छीन लिया है। सिंध और पंजाब में कपास की खेती बर्बाद हो चुकी है। कपास की करीब 10 लाख एकड़ की फसल बाढ़ के चलते तबाह हो चुकी है। इसके अलावा, 6 लाख एकड़ का चावल, खजूर के एक लाख एकड़ और गन्ना करीब 7 लाख एकड़ तबाह हो चुका है। वहीं सब्जियों और बागवानी के खेत लगभग सब बर्बाद हो चुके हैं।अगर कुल नुकसान की बात करें तो पाकिस्तान में 2.2 लाख करोड़ की फसल बर्बाद हुई है जो पाकिस्तान की कुल जीडीपी का करीब 3 फीसदी है।
देश ऊपर से समंदर जैसा दिखने लगा- शहबाज शरीफ
इस साल पाकिस्तान को करीब 25 लाख गांठ कपास के आयात करने की जरूरत हो सकती है। हालांकि इतनी बर्बादी के बावजूद पाकिस्तान सरकार भारत से कपास आयात के मूड में नहीं दिख रही है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करते हुए कहा था कि पाकिस्तान ऊपर से समंदर जैसा दिखने लगा है।