Highlights
- मुठ्ठी भर लोग शहर के माहौल को खराब करना चाहते: सीएम गिलगित बाल्टिस्तान
- "लोगों से शांति बनाए रखने और सरकार के साथ सहयोग करने की अपील"
- घटना में शामिल 44 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया: गृह सचिव इकबाल हुसैन
Pakistan News: बाल्टिस्तान क्षेत्र में इस्लामिक महीना मोहर्रम की शुरूआत के दौरान दो धार्मिक समूहों के बीच टकराव हो गया। पाकिस्तानी मीडिया में सोमवार को आई खबर के मुताबिक इस टकराव में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 अन्य घायल हो गए। समाचारपत्र ‘डॉन’ की खबर के अनुसार गिलगित उपायुक्त(Deputy Commissioner) कार्यालय के पास यादगार चौक पर रविवार को यह घटना हुई। यह घटना उस समय हुई जब गिलगित बाल्टिस्तान के एक बड़े शिया नेता मोहर्रम की शुरूआत के मौके पर खोमार चौक पर हजरत इमाम हुसैन का झंडा फहरा रहे थे।
हजरत इमाम हुसैन का झंडा लहराने के समय हुई घटना
खबर के मुताबिक पुलिस अधिकारियों के हवाले से कहा गया है, ‘‘मोहर्रम के महीने के शुरूआत के मौके पर गिलगित बाल्टिस्तान के शीर्ष शिया नेता अगा राहत हुसैन अल हुसैनी खोमार चौक पर हजरत इमाम हुसैन का अलाम (झंडा) लहरा रहे थे तभी दो समूहों के बीच यह झड़प हुई।’’ पुलिस के अनुसार इस झड़प में शिया समुदाय के दो लोगों की मौत हो गई। खबर में कहा गया है, ‘‘वहां गोलीबारी भी हुई, जिसमें 17 अन्य लोग घायल हो गए। उन्हे उपचार के लिये पास के अस्पताल में ले जाया गया है।’’
"मुठ्ठी भर लोग शहर की शांति को खराब करना चाहते"
गृह सचिव इकबाल हुसैन खान ने बताया कि इस घटना में कथित रूप से शामिल 44 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि गुप्तचर सूचना के आधार पर अन्य लोगों की गिरफ्तारी की जाएगी। गिलगित बाल्टिस्तान के मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद खान ने कहा कि मुठ्ठी भर लोग शहर की शांतिपूर्ण वातावरण को खराब करना चाहते हैं। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और सरकार के साथ सहयोग करने की अपील की।