Highlights
- पाकिस्तान के नेताओं के बीच बातचीत की ऑडियो हुई लीक
- ऑडियो लीक के बाद सुरक्षा को लेकर चिंता जताई जा रही
- मौजूदा वित्त मंत्री को लेकर मरयम ने पीएम से की शिकायत
Shahbaz-Maryam Conversation: पाकिस्तान सरकार के नेताओं की बातचीत की ऑडियो क्लिप वायरल हुआ है। ऑडियो वायरल होने के बाद विपक्षी पार्टी PTI ने सोशल मीडिया पर आक्रामक रूख अपनाया हुआ है। लिक हुए ऑडियो को लेकर महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा और वहां हुई बैठकों पर सवाल उठ रहे हैं। स्पष्ट रूप से एक क्लिप में कड़ी सुरक्षा वाले पीएम हाउस में सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के कई वरिष्ठ नेताओं के बीच हुई बातचीत सुनाई देती है। इसमें गृह मंत्री राणा सनाउल्ला, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ, कानून मंत्री आजम तरार और आर्थिक मामलों के मंत्री अयाज सादिक को वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल की किस्मत और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के सांसदों के नेशनल असेंबली से इस्तीफे के बारे में बात करते हुए सुना जा सकता है।
''अंकल, उसे नहीं पता कि वह क्या कर रहा है..."
वहीं, एक अन्य ऑडियो क्लिप में कथित तौर पर पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरयम नवाज और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बीच वित्त मंत्री इस्माइल के बारे में बातचीत होती सुनाई देती है। तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ की बेटी मरयम का सरकार में काफी प्रभाव है और वह इस्माइल की आलोचक हैं। मरयम को इसमें यह कहते सुना जा सकता है, "वह (इस्माइल) जिम्मेदारी नहीं लेता है। टीवी पर अजीब चीजें कहता है, जिसके लिए लोग उसका मजाक उड़ाते हैं। बीच में, प्रधानमंत्री शहबाज की आवाज सुनाई देती है। मरयम यह कहती सुनाई देती हैं, ''अंकल, उसे नहीं पता कि वह क्या कर रहा है।’’ इसके साथ ही वह पीएमएल-एन के दिग्गज इशाक डार की वापसी की कामना करती हैं, जिन्हें वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालने के लिए अगले सप्ताह वापस आने के लिए कहा गया है।
भारत को लेकर यह हुई नेताओं के बीच बात
दोनों क्लिप से पहले आई एक क्लिप में प्रधानमंत्री शहबाज और एक अज्ञात अधिकारी मरयम की इस इच्छा के बारे में बात करते सुनाई देते हैं कि उनके एक रिश्तेदार को भारत से कुछ मशीन आयात करने की अनुमति दी जाए। सरकार ने लीक क्लिप के बारे में कुछ नहीं कहा है, लेकिन विपक्षी पीटीआई पहले ही इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर आक्रामक है और उसने सरकार की निंदा की है। पीटीआई के नेता और पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल पारिवारिक मामलों की सुरक्षा में अधिक रुचि रखता है।