लाहौर: कंगाली, गरीबी, भुखमरी, आतंकवाद और महंगाई जैसे मुद्दों में घिरा रहने वाला पाकिस्तान अब एक महिला की वजह से चर्चा में आ गया है। न्यायमूर्ति आलिया नीलम ने बृहस्पतिवार को लाहौर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश पद की शपथ ली है। खास बात यह है कि नीलम पाकिस्तान की पहली महिला हैं जो किसी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश के पद पर आसीन हुई हैं। पंजाब के राज्यपाल सरदार सलीम हैदर खान ने उन्हें पद की शपथ दिलाई है। पंजाब सूबे की पहली महिला मुख्यमंत्री मरियम नवाज भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुईं।
वायरल हुई तस्वीर
न्यायमूर्ति नीलम (57) लाहौर उच्च न्यायालय में न्यायधीशों के वरिष्ठता क्रम में तीसरे स्थान पर थीं लेकिन पाकिस्तान के प्रधान न्यायधीश काजी फैज ईसा की अध्यक्षता वाले न्यायिक आयोग ने उन्हें इस पद के लिए नामित करने का फैसला किया। नीलम को मुख्य न्यायधीश बनाने की घोषणा के साथ ही सोशल मीडिया पर उनकी सत्तारूढ़ शरीफ परिवार के सदस्यों के साथ खींची गई तस्वीर वायरल होने लगी। इसके जरि उनके विरोधी यह संकेत करना चाहते थे कि वह सत्तारूढ़ मुस्लिम लीग (नवाज) से जुड़ी हुई हैं।
कैसा रहा करियर
न्यायमूर्ति नीलम का जन्म 12 नवंबर 1966 में हुआ और उन्होंने 1995 में पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की है। 1996 में वकील के तौर पर उन्होंने अपना पंजीकरण कराया। न्यायमूर्ति नीलम ने 2008 में अधिवक्ता के तौर पर उच्चतम न्यायालय में पंजीकरण कराया। वह 2013 में लाहौर उच्च न्यायालय की अस्थायी न्यायधीश बनीं और 16 मार्च 2015 को उन्हें पदोन्नति देकर स्थायी न्यायधीश बना दिया गया। (भाषा)
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