पाकिस्तान अपनी बदनीयती की वजह से आज पूरी दुनिया से अलग-थलग पड़ गया है। अब वह दर-दर की ठोकरें खाने और कटोरा लेकर इधर-उधर भीख मांगने पर मजबूर है। पाकिस्तान की ऐसी हालत भारत ने वैश्विक स्तर पर उसकी घेराबंदी करके की है। आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान की भारत ने वैश्विक मंच पर ऐसी धुलाई करता आ रहा है, जिससे दुनिया के तमाम देश अब उससे नफरत करने लगे हैं। अब कोई भी देश पाकिस्तान को मदद तो दूर उसे घास भी नहीं डालना चाहता। ऐसे में पाकिस्तान का बुरा हाल हो गया है। अब अपने संबंधों को सुधारने और आर्थिक हालत में राहत की उम्मीद लिए विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जापान जाने वाले हैं।
बताया जा रहा है कि बिलावल भुट्टो जरदारी पाकिस्तान और जापान के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए एक से चार जुलाई तक जापान की यात्रा पर रहेंगे। पाकिस्तान ने अपने सदाबहार मित्र चीन और उसके विरोधी जापान के साथ संतुलन बनाने की काफी कोशिश की है। विदेश कार्यालय ने बताया कि यात्रा के दौरान बिलावल प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा से मुलाकात करेंगे। साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ताकिओ अकीबा के साथ भी बैठक करेंगे। विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘ विदेश मंत्री की यात्रा लंबे अंतराल के बाद जापान के साथ नेतृत्व स्तरीय संबंधों में जान फूकने की कवायद के संकेत देती है।
जापान से आर्थिक सहायता की उम्मीद
जापान जाने का बिलावट भुट्टो का मकसद आर्थिक सहायता भी हासिल करना है। इससे पहले भी जापान कई बार पाकिस्तान की मदद कर चुका है। कहा जा रहा है कि बिलावल जापान के विदेश मंत्री येशिमासा हयाशी के साथ प्रतिनिधि स्तरीय बातचीत करेंगे। वह ‘एशियन डेवलपमेंट बैंक इंस्टीट्यूट’ में व्याख्यान भी देंगे। उनके प्रमुख कारोबारी घरानों के वरिष्ठ अधिकरियों से भी मुलाकात का कार्यक्रम है। गौरतलब है कि जापान के पाकिस्तान के साथ पुराने संबंध हैं और उसने देश को आर्थिक सहायता भी दी है। लेकिन हाल के वर्षों में जापान के संबंध भारत के साथ तेजी से बढ़े हैं वहीं पाकिस्तान ने चीन के साथ संबंध प्रगाढ़ किए हैं। माना जा रहा है कि बिलावल की यह यात्रा चीन और जापान के साथ संबंधों को संतुलित करने के लिए है। (भाषा)