Saudi Arab-Pakistan: जी20 समिट में हिस्सा लेने के लिए दुनियाभर के कई राष्ट्राध्यक्ष भारत आ रहे हैं। इनमें खासतौर पर सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भी शामिल हैं। उनके भारत आने से पाकिस्तान में बड़ी घबराहट है। वे 9 और 10 सितंबर को होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे। इस दौरान वे एक दिन भारत में रुकेंगे। भारत ने उन्हें स्टेट विजिट का भी निमंत्रण दिया है। इसे लेकर दुनिया के पटल पर अलग थलग पड़े पाकिस्तान की नींद उड़ गई है। हताश पाकिस्तान अब इस कोशिश में है कि सऊदी अरब के प्रिंस सलमान भारत से वापसी के समय पाकिस्तान भी रुकें। पाकिस्तान के पीएम दफ्तर के सूत्र ने इस संभावना से इनकार नहीं किया है। पाकिस्तान सऊदी अरब प्रिंस को को अपने देश बुलाने की पूरी कोशिश कर रहा है। 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के हवाले से खबर है कि सऊदी क्राउन प्रिंस अपनी भारत यात्रा के दौरान पाकिस्तान की यात्रा कर सकते हैं।'
सऊदी अरब के प्रिंस सलमान क्या पाकिस्तान जाएंगे?
सऊदी अरब और पाकिस्तान दोनों ही पक्ष इस संबंध में किसी टिप्पणी से बच रहे हैं, लेकिन पाकिस्तानी सूत्र का कहना है कि ऐसी संभावना है कि दोनों पक्ष अंतिम समय तक क्राउन प्रिंस के पाकिस्तान दौरे को गुप्त रखना चाहेंगे। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि अगर एमबीएस पाकिस्तान आते भी हैं तो उनका दौरा महज कुछ घंटों का ही होगा। क्राउन प्रिंस जी-20 के बाद एक दिन के स्टेट विजीट को लेकर भारत में रुकेंगे, यह पाकिस्तान के लिए बड़ा सिरदर्द है। सूत्रों ने कहा कि ऐसे में पाकिस्तान के लिए यह और भी महत्वपूर्ण हो गया है कि सऊदी अरब के प्रिंस पाकिस्तान का दौरा करें।
पाकिस्तान को किस बात का सता रहा डर?
कंगाल पाकिस्तान हर ओर संकट से घिरा है। लोग आसमान छूती महंगाई से परेशान हैं। राजनीतिक संकट ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। पाकिस्तान की हालत ऐसी हो गई है कि कुछ समय पहले वो डिफॉल्ट होते-होते बचा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के बेलआउट पैकेज के भरोसे चल रहा देश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को अलग-थलग महसूस कर रहा है। भारत-पाकिस्तान विवाद में जहां अमेरिका समेत विश्व की बड़ी शक्तियां अपनी रुचि दिखाती थीं, अब उन्होंने इस विवाद को किनारे रख भारत के साथ अपने रिश्तों को बढ़ाने पर जोर दिया है। खाड़ी के कुछ मुस्लिम देश अब भी इस मुद्दे पर तटस्थ हैं जिसे लेकर पाकिस्तान को डर है कि कहीं ये देश भी भारत के साथ न हो जाएं।