Highlights
- पीटीआई ने पंजाब के असेंबली उपचुनावों में 'क्लीन स्वीप' किया
- अपना पद खोने वाले हैं पीएम शहबाज शरीफ के बेटे हमजा शहबाज
- खान की पार्टी ‘पीटीआई’ ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की है
Pakistan By-Elections: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान के नेतृत्व में उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरी-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने भारी मतों के साथ जीत हासिल की है। इस बीच पीएमएल-एन नेता और गृह मंत्री राना सनाउल्लाह ने कहा है कि देश में जल्द चुनाव कराए जाएंगे। हालांकि आखिरी फैसले गठबंधन में शामिल सभी पार्टियों से चर्चा करने के बाद लिया जाएगा। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता सनाउल्लाह ने ये बातें लाहौर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही हैं। गृह मंत्री ने कहा है, 'जब हम पार्टियों के सामने मामले को रखेंगे, तब फैसला लिया जाएगा।'
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, सनाउल्लाह ने इमरान खान की पार्टी की चुनावों में जीत पर भी बात की और कहा कि पीएमएल-एन चुनाव नतीजों के साथ आगे बढ़ रही है। इस बीच एक खबर ये आई है कि इमरान खान ने उनकी पार्टी को मिली बड़ी जीत के बावजूद मुख्य चुनाव आयुक्त का इस्तीफा मांग लिया है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने सोमवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त सिकंदर सुल्तान राजा के इस्तीफे की मांग करते हुए दावा किया कि शीर्ष अधिकारी ने पंजाब प्रांत में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के पक्ष में चुनाव परिणाम बदलने की पूरी कोशिश की है।
खान ने मतदाताओं को धन्यवाद कहा
पंजाब प्रांतीय उपचुनावों में शानदार जीत हासिल करने के एक दिन बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के प्रमुख खान ने उन युवाओं और महिलाओं को धन्यवाद दिया, जो बड़ी संख्या में उनकी पार्टी को वोट देने के लिए घर से निकले। पीटीआई ने प्रांतीय असेंबली की 20 में से 15 सीट हासिल की, जिससे पीएमएल-एन के नेतृत्व वाले 13 दलों के गठबंधन को करारा झटका लगा। अनौपचारिक और प्रारंभिक परिणामों के अनुसार सत्तारूढ़ पीएमएल-एन को केवल चार सीट ही मिल सकीं। खान ने दावा किया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजा ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली पार्टी पीएमएल-एन के पक्ष में चुनाव परिणाम कराने की पूरी कोशिश की। क्रिकेटर से नेता बने खान ने कहा, ‘मैं मुख्य निर्वाचन आयुक्त से निराश हूं। वह यह सब कैसे होने दे सकते हैं? वह (पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग) दायित्व संभालने में सक्षम नहीं है और एक राजनीतिक दल के प्रति झुकाव रखते हैं। राजा को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।
तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) ने रविवार को पंजाब के असेंबली उपचुनावों में वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को करारा झटका देते हुए 'क्लीन स्वीप' कर दिया। तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान को अप्रैल में अपदस्थ किए जाने के बाद से उनकी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (पीटीआई) और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की पार्टी ‘पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज’ (पीएमएल-एन) के बीच यह पहला प्रमुख चुनावी मुकाबला था। शहबाज के बेटे मुख्यमंत्री हमजा शहबाज अपना पद खोने वाले हैं।
कौन बन सकता है नया सीएम?
मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव 22 जुलाई को उच्चतम न्यायालय के आदेश पर होगा और पीटीआई-पीएमएलक्यू के संयुक्त उम्मीदवार चौधरी परवेज इलाही के राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रांत पंजाब के नए मुख्यमंत्री बनने की संभावना है। अब तक के अनाधिकारिक नतीजों के मुताबिक खान की पार्टी ‘पीटीआई’ ने 16 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को सिर्फ तीन सीटों पर जीत मिली है। एक निर्दलीय प्रत्याशी ने भी जीत हासिल की है। शरीफ परिवार की सत्तारूढ़ पीएमएल-एन ने अपनी हार स्वीकार कर ली है और यहां तक कि उपचुनावों में 'भारी जीत' के लिए पीटीआई अध्यक्ष खान को बधाई भी दी है।
प्रधानमंत्री के प्रवक्ता मलिक अहमद खान ने कहा, ‘हम लोगों के जनादेश का सम्मान करते हैं। अब हम पीटीआई-पीएमएलक्यू से पंजाब में सरकार बनाने को कहते हैं।’ यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री शहबाज जल्दी आम चुनाव कराने के लिए नेशनल असेंबली को भंग कर देंगे, उन्होंने कहा, ‘पीएमएल-एन नेतृत्व अपने सहयोगियों के परामर्श से इस बारे में फैसला करेगा।’ पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने भी अपनी पार्टी की हार स्वीकार कर ली है। पीएमएल-एन के सर्वोच्च नेता नवाज शरीफ की बेटी ने एक ट्वीट में कहा, ‘हमें अपनी हार को खुले दिल से स्वीकार करना चाहिए।’
रणनीति की घोषणा करेगी पार्टी
वहीं खान ने एक ट्वीट में कहा, ‘तहरीक-ए-इंसाफ कम से कम 15 सीटें जीत रही है। लेकिन सभी मतदान केंद्रों पर ड्यूटी पर तैनात हमारे सभी लोगों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वे रिटर्निंग अधिकारियों से आधिकारिक परिणाम प्राप्त होने तक अपना स्थान न छोड़ें।’ खान की पार्टी के वरिष्ठ नेता असद उमर ने कहा कि खान सोमवार को कोर समिति की बैठक के बाद पार्टी की रणनीति की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि अब पीएमएल-एन के पास केवल एक ही विकल्प बचा है और वह है ‘तुरंत नए आम चुनाव का आह्वान करना।’ पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने 23 मई को ‘पीटीआई’ के 25 असंतुष्ट सदस्यों को अयोग्य घोषित कर दिया था, जिनमें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटों पर चुने गए पांच सदस्य शामिल हैं। यह कार्रवाई खान की याचिका पर की गई थी।
इससे पहले रविवार को हिंसा की छिटपुट घटनाओं के साथ अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण तरीके से उपचुनाव संपन्न हुआ। लाहौर और मुल्तान के पांच ‘संवेदनशील’ निर्वाचन क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। लाहौर में पीएमएल-एन और पीटीआई समर्थकों के बीच झड़प के दौरान कुछ राजनीतिक कार्यकर्ता घायल हो गए। लाहौर से लगभग 350 किलोमीटर दूर मुजफ्फरगढ़ में भी दो कट्टर प्रतिद्वंद्वियों के बीच हिंसक झड़प की सूचना मिली थी। ज्यादातर निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान कथित तौर पर कम रहा। पंजाब पुलिस के अनुसार, विभिन्न मतदान केंद्रों के पास से 15 लोगों को हिंसा में शामिल होने और हथियार ले जाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान के करीबी शाहबाज गिल को भी मुजफ्फरगढ़ से हथियारबंद गार्ड रखने के आरोप में गिरफ्तार किया है। नियम के मुताबिक किसी पार्टी या गठबंधन को अपनी पसंद का मुख्यमंत्री चुनने के लिए विधानसभा की 371 सीटों में से कम से कम 186 सीटों की जरूरत होती है।